जापान के ओसाका में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रप और पीएम मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता होने वाली है. इस बैठक से पहले ट्रंप ने कहा है कि भारत अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ कम करें. उन्होंने कहा कि हाई टैरिफ अमेरिका को अस्वीकार्य है.
वॉशिंगटन: जी-20 शिखर सम्मेलन की बैठक से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रप ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भारत ने सालों से अमेरिकी वस्तुओं पर काफी हाई टैरिफ लगा रखा है और हाल में इसमें वृद्धि भी की है. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ये अस्वीकार्य है और भारत को इसे खत्म करना होगा. बता दें कि जापान के ओसाका में 28-29 जून को जी-20 शिखर सम्मेलन की बैठक हो रही है. इस मंच से इतर पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच बैठक होनी है. इस बैठक से पहले ट्रंप का इस तरह सार्वजनिक तौर पर अपनी बात कहना भारत को एक संदेश देने की कोशिश है.
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी से अच्छी बातचीत को लेकर आशान्वित हूं. भारत सालों से अमेरिकी वस्तुओं पर भारी टैरिफ चार्ज करता आया है, अब इसमें फिर से बढ़ोतरी की गई, जिसे कबूल नहीं किया जा सकता है. भारत हर हाल में टैरिफ घटाए.”
बैठक के लिए जापान पहुंचे पीएम मोदी
बता दें कि जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए पीएम मोदी गुरुवार को ही जापान पहुंच चुके हैं. यहां पीएम मोदी से अपनी बैठक पर राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह इसे लेकर काफी आशान्वित हैं. बता दें कि पीएम मोदी छठी बार जी-20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे. भारत अब तक सभी जी-20 शिखर सम्मेलनों में शिरकत करता आया है वहीं, 2022 में वो इसकी मेजबानी भी करेगा.
यह बैठक इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है कि बीते 5 सालों में यह पहला मौका होगा जब पीएम मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर एक साथ किसी बहुपक्षीय बैठक में शरीक होंगे. जी-20 के हाशिए पर पीएम मोदी एक दर्जन से ज़्यादा द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मुलाकातें करेंगे. ओसाका में पीएम मोदी की मुलाकात अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुअल मेक्रोन, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे, तुर्की के राष्ट्रपति एर्डोगन, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान समेत कई नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे.
जापान कर रहा है पहली बार मेजबानी
जापान पहली बार जी-20 शिखर बैठक की मेजबानी कर रहा है. ओसाका शहर में हो रहे सम्मेलन में इस बार का विषय है मानव केंद्रित भावी समाज. वार्ताओं के लिए तीन आधार स्तंभ तय किए गए हैं- 1, आयु परिवर्तन की चुनौती से मुकाबले की तैयारी, 2. श्रम बाजार में लिंग अनुपात को ठीक रखान, 3. नए कामकाज के संदर्भ में राष्ट्रीय नीतियों व बेस्ट प्रैक्टिसेज का आदान-प्रदान.
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