आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले उपहारों की ये नीलामी दूसरी बार हो रही है. इससे पहले जनवरी में भी पीएम को मिले उपहारों की नीलामी हुई थी. इस बार भी उपहारों की नीलामी से मिली रकम का इस्तेमाल नमामि गंगे प्रोजेक्ट के लिए किया जाएगा.
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिछले 6 महीनों में देशभर से मिले उपहारों की नीलामी होगी. नीलामी के ज़रिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल गंगा की सफ़ाई के लिए किया जाएगा. ऐसे 2772 सामानों को फिलहाल नीलामी के लिए लगाया गया है. इन सामानों का बेस प्राइस 200 रुपये से लेकर 2.5 लाख रुपये तक रखा गया है. 14 सितम्बर से 3 अक्टूबर तक इन सामानों की नीलामी ई-नीलामी के ज़रिए होगी. नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने अपने उपहारों को नीलामी के लिए सार्वजनिक किया है. फिलहाल केवल देश में मिले सामानों को ही नीलामी के लिए रखा गया है. नीलामी होने वाले सामानों को इंडिया गेट स्थित राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय में रखा गया जिसे आम लोग 14 सितम्बर से देख भी सकते हैं.
नीलामी से आए पैसे को नमामि गंगे प्रोजेक्ट में दान कर दिया जाएगा. इसके पहले भी इस साल जनवरी-फरवरी में पीएम को मिले उपहारों की नीलामी हुई थी. उस वक़्त सबसे ज़्यादा बोली 5 लाख रुपए की लगी थी. ये बोली बीएमडब्ल्यू कार के एक लकड़ी के बड़े खिलौने के लिए लगाई गई थी.
इससे पहले जनवरी में पीएम मोदी को मिले उपहारों की हुई नीलामी पूरी होने के बाद इससे मिली कुल राशि का इस्तेमाल ‘नमामि गंगे’ परियोजना के लिए किया गया. पिछली बार की नीलामी में स्वर्ण मंदिर का एक स्मृति चिह्न 3.5 लाख रुपये में बिका था जिसका आरक्षित मूल्य 10 हजार रुपये तय किया गया था.
जनवरी 2019 में पीएम नरेंद्र मोदी को मिले करीब 1900 उपहारों को सरकार ने नीलाम किया था और जिन वस्तुओं की नीलामी की गई थी उनमें विभिन्न देशों से मिली पेंटिंग, मूर्तियां, शॉल, पगड़ी, जैकेट और पारपंरिक वाद्य यंत्र शामिल थे.