नई दिल्ली: गुजरात के नवनिर्वाचित बीजेपी विधायक अपने नेता और राज्य के अगले मुख्यमंत्री के चयन के लिए 22 दिसंबर को गांधीनगर में मुलाकात कर सकते हैं. पार्टी के सूत्रों ने बधुवार को यह जानकारी दी. केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली और पार्टी की महासचिव सरोज पांडे को चुनाव के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था. नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा से पहले वे विधायकों के साथ विचार विमर्श करेंगे. हालांकि वर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का नाम अभी भी इस पद की दौड़ में सबसे आगे है लेकिन बीजेपी के गढ़ में जीत का अंतर कम होने की पृष्ठभूमि में उनके इस पद के लिए फिर से चुने जाने पर संदेह के बादल मंडरा रहे हैं.
गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी ने सरकार बनाने के लिए जरूरी 92 के जादुई आंकड़े से महज सात सीटें अधिक, कुल 99 सीटें जीती हैं. बीते कई चुनाव में यह बीजेपी की सबसे कम सीटें हैं.
पार्टी में यह अटकलें भी हैं कि शीर्ष नेतृत्व पाटीदार समुदाय से किसी को चुन सकता है क्योंकि अब पार्टी 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है.
राज्यपाल ने गुजरात विधानसभा भंग की, रूपाणी कार्यवाहक मुख्यमंत्री: गुजरात के राज्यपाल ओ पी कोहली ने 13वीं विधानसभा आज भंग करते हुए आगामी दिनों में बीजेपी की नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त कर दिया. राज्य विधानसभा सचिवालय की ओर से बुधवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है, ‘गुजरात के राज्यपाल ओ पी कोहली 13वीं गुजरात विधानसभा भंग करते हैं.’ अधिकारियों के अनुसार, निवर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी नई सरकार के गठन तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी निभाएंगे. मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 22 जनवरी 2018 को खत्म होना है.