हरियाणा में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बन गई है. मनोहर लाल खट्टर ने लगातार दूसरी बार CM पद की शपथ ली. उनके साथ जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
Chandigarh: Manohar Lal Khattar takes oath as the Chief Minister of Haryana, at the Raj Bhawan. #HaryanaAssemblyPolls pic.twitter.com/SBqHELyaAk
— ANI (@ANI) October 27, 2019
चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में एक बार फिर मुख्यमंत्री के तौर पर मनोहर लाल खट्टर ने CM पद की शपथ ली. उनके साथ दुष्यंत चौटाला को भी हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. इस मौके पर बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल समेत कई वरिष्ठ नेता राजभवन में मौजूद रहे. खास बात रही कि आज ही जेल से फरलो पर बाहर आए अजय चौटाला बेटे के उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ के साक्षी बने. हरियाणा में आज पूरे मंत्रिमंडल ने शपथ नहीं लिया.
किसको कितनी सीटें मिली
विधानसभा चुनाव में हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी. बीजेपी ने 40 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं कांग्रेस ने 31, दुष्यंत चौटाला की जेजेपी ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की है. सात सीटों पर निर्दलीय विधायकों ने कब्जा जमाया है.
बीजेपी ने जेजेपी के समर्थन से बनाई सरकार
खट्टर ने बताया है कि उन्हें 57 विधायकों का समर्थन हासिल है. जिनमें बीजेपी के 40, जेजेपी के 10 और सात निर्दलीय विधायक शामिल हैं. हरियाणा में सरकार बनाने के लिए 45 सीटों की जरूरत है. साफ है कि बीजेपी जेजेपी और निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से सरकार बनाने में कामयाब हुई है.
Chandigarh: Dushyant Chautala takes oath as the Deputy Chief Minister of Haryana, at the Raj Bhawan. #HaryanaAssemblyPolls pic.twitter.com/iXr7oyFauk
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बता दें कि जेजेपी द्वारा बीजेपी को समर्थन देने को लेकर विपक्ष हमलावर है. वह दुष्यंत चौटाला पर आरोप लगा रहे हैं कि वह अपने पिता अजय चौटाला को बचाने के लिए बीजेपी को समर्थन दे रहे हैं. आज सुबह ही दुष्यंत चौटाला के पिता अजय चौटाला आज तिहाड़ जेल से बाहर आए. उन्हें 14 दिनों का फरलो मिला है. उन्होंने कहा, ”हम तो जेल में हैं. दुष्यंत ने साथियों के सहयोग से 11 महीने में संगठन (जेजेपी) को खड़ा किया. आज उसने बड़े-बड़े लोगों को हैसियत बता दी. इसकी शुरुआत जिंद में हुई. बीजेपी से गठबंधन को लेकर हमसे दुष्यंत की जेल में बात हुई थी. हमने बीजेपी से गठबंधन को मंजूरी दी थी. हम कांग्रेस के साथ नहीं जा सकते, जिसके हम जन्मजात विरोधी हैं. विरोध में ही पैदा हुए हैं.”