हांगकांग के एक प्रदर्शनकारी द्वारा चलाया गया तीर रविवार (17 नवंबर) को एक पुलिस अधिकारी के पैर में लगा। शहर पुलिस ने बताया कि लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों का केंद्र एक विश्वविद्यालय है जहां सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हुई। वैश्विक आर्थिक केंद्र में जून महीने से ही प्रदर्शन जारी है जहां लोग चीनी शासन के अंदर खत्म हो रही स्वतंत्रता के खिलाफ गुस्से का इजहार कर रहे हैं।
चीन ने बार-बार चेतावनी दी है कि वह विरोध को बर्दाश्त नहीं करेगा और इस तरह की चिंताएं हैं कि उपद्रव को शांत कराने के लिए बीजिंग वहां सैनिकों को भेज सकता है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस हफ्ते संकट पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि इससे ”एक देश, दो व्यवस्था” को खतरा है। 1997 में ब्रिटेन द्वारा हांगकांग को चीन के हवाले किये जाने के बाद यहां इसी प्रारूप के तहत शासन चल रहा है।
हांगकांग पॉलीटेक्निक यूनिवर्सिटी में रविवार (17 नवंबर) को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने इसे पुलिस से बचाने और पास के क्रॉस हार्बर सुरंग में नाकेबंदी जारी रखने का संकल्प जताया। यह सुरंग कई दिनों से बंद है। शाम होते ही पुलिस ने सुरंग के ऊपर बने फुटब्रिज को कब्जे में लेने का प्रयास किया लेकिन इसके विरोध में वहां पेट्रोल बम से हमला शुरू हो गया जिससे काफी आग भड़क उठी। घनी आबादी वाले कावलून जिले में काफी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के आंसू गैस के जवाब में छाते की आड़ में पेट्रोल बम फेंके और हिंसा रात तक जारी रही।
इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने हांगकांग पॉलीटेक्निक यूनिवर्सिटी परिसर में पुलिस के घुसने के प्रयास को विफल कर दिया। पुलिस ने तस्वीरें साझा की है जिसमें दिखा कि एक तीर पुलिस अधिकारी के पैर में लगा। पुलिस ने ”घातक” हथियारों के इस्तेमाल की निंदा की और परिसर को ”दंगाग्रस्त” घोषित कर दिया। हांगकांग में दंगे के लिए दस वर्ष तक जेल की सजा है। लेकिन प्रदर्शनकारी परिसर को प्रदर्शन केंद्र में तब्दील करने के लिए प्रतिबद्ध दिखे। यह अभी तक नेताविहीन आंदोलन है।
पॉलीटेक्निक यूनिवर्सिटी के 23 वर्षीय छात्र कासोन ने कहा, ”हमें अपने आंदोलन की गति बनाए रखने और रात में आराम करने के लिए एक केंद्र चाहिए ताकि अगली सुबह हम फिर से लड़ सकें।” प्रदर्शनकारियों ने सोमवार (18 नवंबर) को भी तहलका मचाने का संकल्प लिया। इस हफ्ते सड़कों पर अव्यवस्था रही और प्रदर्शनकारियों ने वहां काफी कचरे बिखेर दिए।
प्रदर्शनकारियों ने पिछले हफ्ते ‘ब्लॉसम एवरीव्हेयर अभियान चलाया ताकि नाकेबंदी की जा सके और तोड़फोड़ की जा सके जिसके बाद हांगकांग ट्रेन नेटवर्क का बड़ा हिस्सा बंद कर दिया गया और स्कूल तथा मॉल बंद कर दिए गए। प्रदर्शनकारियों ने चीन प्रत्यर्पित करने के एक विधेयक के विरोध में आंदोलन शुरू किया था जिसे बाद में खत्म कर दिया गया था लेकिन इसमें पुलिस अत्याचार जैसे कई मुद्दे भी शामिल हैं।
हिंसा भड़कने के कारण इस महीने दो लोगों की मौत हो गई जबकि उथल-पुथल के कारण वित्तीय केंद्र में मंदी छाई हुई है। सोशल मीडिया पर जारी एक पोस्टर में सोमवार को भी ”डॉन एक्शन जारी रखने का आह्वान किया गया है। पोस्टर में कहा गया है, ”जल्द उठिए, सीधे शासन को निशाना बनाइए और दबाव बनाने के लिए अर्थव्यवस्था खराब करिए।”