अहमदाबाद: गुजरात में बीजेपी ने सरकार तो बना ली है लेकिन पार्टी लेकिन राज्य के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल मनमाफिक विभाग न मिलने से नाराज बताए जा रहे हैं. उन्होंने पार्टी को अपने इस्तीफे की धमकी तक दे डाली है. गुजरात बीजेपी नेता नरोत्तम पटेल ने डिप्टी सीएम नितिन पटेल के नाराज होने की पुष्टि की. उन्होंने शनिवार को नितिन पटेल से मुलाकात की. इससे पहले उन्होंने मीडिया को बताया कि मैं नितिन भाई पटेल से मिलने आया हूं क्योंकि वह मनचाहा विभाग न मिलने से नाखुश हैं. मैं चाहता हूं कि पार्टी इस मुद्दे पर फिर से विचार करे. हालांकि उनका कहना था कि नितिन पटेल ने इस्तीफा देने जैसी कोई बात नहीं कही है.
पिछली सरकार में पटेल के पास वित्त और शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण विभाग थे. इस बार उन्हें सड़क एवं भवन और स्वास्थ्य जैसे विभाग आवंटित दिए गए हैं. ऐसे में पटेल इस बार मनचाह विभाग न मिलने से नाराज दिख रहे हैं. उन्होंने अभी तक नए विभाग का कामकाज नहीं संभाला है. उधर, पटेल आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल को अपने साथ आने का ऑफर दिया है. पटेल को इन दो विभागों के अलावा शिक्षा, नर्मदा, कल्पसार और राजधानी परियोजना का प्रभार भी दिया गया है. इस बार वित्त मंत्रालय सौरभ पटेल को आवंटित किया गया है जबकि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शहरी विकास विभाग खुद के पास ही रखा है. नितिन पटेल के नाराज होने की अटकलें उस वक्त से ही सामने आने लगी थी जब जब कैबिनेट ही पहली मीटिंग गुरुवार को पटेल की वजह से 4 घंटे लेट शुरू हुई थी.
पटेल की पार्टी के साथ ‘नाखुशी’ के बारे में किए गए सवाल पर रूपाणी ने कोई जवाब नहीं दिया था. गुरुवार को विभागों के बंटवारे के बाद नितिन पटेल मीडिया ब्रीफिंग में कुछ नहीं बोले थे और जल्दी चले गये थे. उस समय रूपाणी ने कहा था, ‘‘यह सच नहीं है कि वित्त विभाग संभालने वाले मंत्री कैबिनेट में नम्बर दो है. नितिन पटेल हमारे वरिष्ठ नेता है और वह नम्बर दो बने रहेंगे.’’
उधर, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल को कांग्रेस में शामिल होने का न्योता दिया है. वैसे तो हार्दिक पटेल को खुद को कांग्रेस का नेता नहीं बताते हैं लेकिन नितिन पटेल की नाराजगी को कांग्रेस के पक्ष में करने के लिए वह कोई कोरी कसर नहीं छोड़ रहे हैं. हार्दिक ने नितिन पटेल को अपने साथ 10 विधायक लाने और कांग्रेस की सरकार बनने पर मनचाहा पद लेने तक की बात कही है. आपको बता दें कि गुजरात में बीजेपी की सरकार बने अभी 10 दिन भी नहीं हुए है और राज्य के डिप्टी सीएम अपना पोर्टफोलियो घटाने पर नाराज चल रहे है.