कई पदाधिकारी और नेता राहुल को मनाने के लिए उनके घर से लेकर पार्टी मुख्यालय तक प्रदर्शन कर चुके है. इसके बाद अब ये अनशन शुरु हो रहा है.
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे देने पर अड़े राहुल गांधी को मनाने का दौर जारी है. आज कांग्रेस के कुछ नेता दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में अनशन पर बैठेंगे. इससे पहले कल कांग्रेस शासित 5 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने राहुल से मुलाकात की और उनसे पद पर बने रहने का आग्रह किया. हालांकि राहुल ने कोई आश्वासन नहीं दिया और वो फैसला बदलने को तैयार नहीं है.
अब तक कांग्रेस पार्टी में हो चुके हैं 220 इस्तीफे
इससे पहले कई पदाधिकारी और नेता राहुल को मनाने के लिए उनके घर से लेकर पार्टी मुख्यालय तक प्रदर्शन कर चुके है. इसके बाद अब अनशन शुरु हो रहा है. अब तक कांग्रेस पार्टी में 220 इस्तीफे हो चुके हैं.
बता दें कि कल राहुल गांधी को मनाने पहुंचे पांच कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों की राहुल से मुलाकात तो दो घन्टे चली लेकिन नतीजा शून्य रहा. मुख्यमंत्रियों ने राहुल को समझाया कि चुनाव में जीत-हार राजनीति का हिस्सा है. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी सामूहिक है अकेले कांग्रेस अध्यक्ष की नहीं. ऐसे में वो पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने का अपना फैसला राहुल बदलें और पद पर बने रहें. हालांकि राहुल गांधी ने मुख्यमंत्रियों को कोई आश्वासन नहीं दिया.
क्या है राहुल का रुख?
मुख्यमंत्रियों से मुलाकात से पहले संसद में जब पत्रकारों ने राहुल से कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर सवाल पूछा तो राहुल ने दो टूक कहा कि “मेरा स्टैंड (इस्तीफा) साफ है. आप सबको मेरा स्टैंड मालूम है”. यानी वो अपने इस्तीफे पर कायम है और पार्टी अध्यक्ष नहीं रहना चाहते.
सूत्रों के मुताबिक नए कांग्रेस अध्यक्ष पर फैसला जल्द हो सकता है. जब तक नए अध्यक्ष का एलान नहीं हो जाता राहुल पार्टी अध्यक्ष के तौर पर रूटीन काम देख रहे हैं. जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं वहां के नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं. सोमवार को राहुल ने जम्मू कश्मीर के नेताओं के साथ मुलाकात की और चुनाव तैयारियों का जायजा लिया.