इनसोम्निया क्या है?
यदि आपको रोज नींद आने में परेशानी होती है या आप जब बिस्तर में लेटने जाते हैं तब आपको नींद नहीं आती है या बहुत टाइम लगता है सोने में इसे ही इनसोम्निया कहते हैं।
अच्छी तरह नींद लेने के फायदे:-
- यह आपके immunity power को इनक्रीस करती है।
- बेहतर नींद लेने से आप अगले दिन अपने आप में एक नई एनर्जी फील करेंगे।
- अच्छी नींद लेने से आपका mood balance होता है
- अच्छी तरह इसलिए नींद लेने से आपकी मेमोरी पावर इंक्रीज हो जाती है
- कुछ हारमोंस है आपकी बॉडी में जो स्पेसिफिकली रात को ही रिलीज होते हैं जैसे growth hormone etc.इसलिए आपको कम से कम 7 से 8 घंटों की नींद पूरी लेनी चाहिए।
- अगर आप अच्छी तरह से नहीं सो पा रहे हैं रात को तो इससे आपको अगले दिन थकान मेहसूस हो सकती है आपकी कंसंट्रेशन पावर कब हो सकती है।
नींद ना आने के मुख्य कारण
अगर साइकेट्रिस्ट या काउंसलर की दृष्टि से देखा जाए की नींद ना आने के क्या कारण हो सकते हैं तो हम इसी विषय में बात करेंगे नींद ना आने साइकेट्रिस्ट की भाषा में insomnia कहलाता है मतलब नींद ना आना।
यह इनसोम्निया का प्रॉब्लम कॉमन है इससे आपको घबराने की जरूरत नहीं है साइकैटरिस्ट यह कहते हैं की 40 की उम्र के बाद insomnia problem 30 से 50 परसेंट लोगों में पाई जाती है।
इनसोम्निया के भी अलग-अलग प्रकार है जैसे:-
- नींद का ना आना।
- अगर नींद आती है तो जल्दी खुल जाती है।
- यहां कुछ लोगों को ब्रेक ब्रेक में नींद आती है।
ज्यादातर लोगों को यह पता भी नहीं होता है कि नींद का ना आना भी एक बीमारी है इसलिए इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद किसी साइकैटरिस्ट या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
इनसोम्निया होने के क्या कारण है?
- पहला और सबसे मुख्य कारण है Depression इसके कारण आपको नींद नहीं आती है।
- दूसरा सबसे मुख्य कारण है प्राइमरी इनसोम्निया मतलब आपकी एज 19 से 21 वर्ष के बीच जब आप यहां होते हैं तब से ही व्यक्ति को नींद नहीं आती है।
- तीसरा कारण यह हो सकता है आप किसी चीज के आदी हो गए हैं मतलब smoking, alcohol etc का सेवन करने से। तो कृपया इसका सेवन ना करें।
- ज्यादा लोगों में इनसोम्निया का कारण है वह है Stress. यह भी अलग-अलग प्रकार का हो सकता है इसके कारण व्यक्ति को नींद नहीं आती है।
- अब बात करते हैं अगले कारण की तो वह performance anxiety मतलब एग्जाम से 5 से 6 दिन पहले से नींद का ना आना। Performance anxiety भी अलग-अलग प्रकार की हो सकती है।
किस तरीके से इनसोम्निया को ठीक किया जा सकता है?
ध्यान दें इस आर्टिकल में बताई गई कोई भी दवा या ट्रीटमेंट का अपने या दूसरे पर प्रयोग करने से पहले साइकैटरिस्ट या डॉक्टर से सलाह जरूर लें अन्यथा यह आपको नुकसान भी पहुंचा सकती है।
इस आर्टिकल में बताई गई कोई भी दवा का उपयोग करने से पहले साइकैटरिस्ट से सलाह लें इसमें हमारी वेबसाइट की जिम्मेदारी नहीं होगी अगर यह आपको कोई साइड इफेक्ट दिखाता है तो।
इनसोम्निया में दिए जाते हैं या ट्रीटमेंट:-
- Relaxation therapy
- Pharmaco therapy
- Mindfulness strategies
- Sleep restriction therapy
- Sleep hygiene and education
- Stimulus control therapy.
इन थेरेपी से जो Patient है उसको नींद आ सकती है और वह इससे पूरी तरह छुटकारा पा सकता है।
इन सब थैरेपीज के बारे में हम एक-एक करके हमारे आगे आने वाले आर्टिकल में बात करेंगे।
इनसोम्निया में किन दवाओं का सेवन करते हैं लोग
- Benzodiazepine यह कॉमन मेडिसिन है जो डॉक्टर आपको सजेस्ट करता है। इसमें भी कुछ अच्छी-अच्छी दवाएं हैं जैसे Lorazepam,Diazepam इनका है हेवी डोज ना लेने से भी आपको अच्छी नींद आती है
- Anti depression pills,sleeping pills यह भी कुछ कॉमन मेडिसिंस है जो डॉक्टर या साइकैटरिस्ट आप की जांच कर कर आपको सजेस्ट करता है।
किसी भी दवाइयों का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह मशवरा जरूर करें।
सोर्स ऑफ़ लिंक BASIC OF SCIENCE
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— DD News (@DDNewslive) July 14, 2021
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