विराट कोहली का एकदिवसीय मैचों में नंबर चार पर उतरना भारत ही नहीं स्वयं भारतीय कप्तान पर भी भारी पड़ा है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ राजकोट में दूसरे मैच से पहले टीम प्रबंधन को अपनी इस रणनीति पर गंभीरता से विचार करना होगा। कोहली ने शिखर धवन और केएल राहुल दोनों को टीम में रखने के लिये मुंबई में पहले वनडे में अपने पसंदीदा तीसरे नंबर का बलिदान किया। वह चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे, लेकिन केवल 16 रन बनाकर आउट हो गये। इससे भारतीय मध्यक्रम लड़खड़ा गया और टीम को दस विकेट से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा।
यह पहला अवसर नहीं है जबकि कोहली का नंबर चार पर उतरने से टीम को नुकसान हुआ। पिछले पांच वर्षों में वह जिन सात मैचों में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे उनमें से पांच मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा। इनमें से टीम ने केवल एक मैच जीता जबकि एक मैच का परिणाम नहीं निकला।
अगर आप इन सात मैचों में कोहली के प्रदर्शन पर गौर करेंगे तो चौंक जाएंगे। वनडे में 59.61 की औसत से 11625 रन बनाने वाले कोहली ने इन सात मैचों में केवल 62 रन बनाये और उनका औसत 10.33 रहा। इनमें उनका सर्वोच्च स्कोर 16 रन रहा और यही वजह है कि भारतीय कप्तान को स्वीकार करना पड़ा कि उन्हें इस रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा। कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नंबर चार पर उतरने के फैसले के बारे में कहा, ”हम पूर्व में भी इस पर कई बार चर्चा कर चुके हैं। जिस तरह से राहुल बल्लेबाजी कर रहा था हमने उसे बल्लेबाजी क्रम में फिट करने की कोशिश की। लेकिन जब भी मैं नंबर चार पर बल्लेबाजी के लिये उतरा तो मुझे लगता है कि यह हमारे लिये सही नहीं रहा इसलिए इस पर पुनर्विचार करना होगा।”
कोहली अब तक 243 वनडे खेल चुके हैं लेकिन इनमें से वह केवल 42 मैचों में ही नंबर चार पर बल्लेबाजी के लिये उतरे। इन मैचों में उन्होंने 55.21 की औसत और सात शतकों की मदद से 1767 रन बनाये हैं। इनमें से आठ मैचों में वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नंबर चार पर उतरे और केवल 110 रन बना पाये जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 30 रन हैं।
कोहली को भी नंबर चार स्थान नहीं भाता है और यही वजह है कि कप्तानी संभालने के बाद उन्होंने इस नंबर से परहेज ही किया। वह 2015 के बाद पिछले साल मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही धवन और राहुल को फिट करने की कोशिश में नंबर चार पर उतरे, लेकिन सात रन बनाकर आउट हो गये और भारत चार विकेट से मैच हार गया। वैसे कोहली अपनी कप्तानी में नौ मैचों में नंबर चार पर उतरे हैं जिनमें उन्होंने 354 रन बनाये हैं।
सीमित ओवरों के अन्य प्रारूप टी20 अंतरराष्ट्रीय में भी कोहली को नंबर चार स्थान रास नहीं आता। खेल के सबसे छोटे प्रारूप में वह 15 मैचों में नंबर चार पर बल्लेबाजी के लिये आये। इन मैचों में उन्होंने 42.66 की औसत से रन बनाये जबकि उनका कुल औसत 52.72 है। इसके उलट टेस्ट मैचों में उन्हें नंबर चार भाता है। सचिन तेंदुलकर के संन्यास लेने के बाद कोहली ने इस स्थान की जिम्मेदारी बखूबी संभाली है। कोहली ने टेस्ट मैचों में नंबर चार बल्लेबाज के रूप में अब तक 61.20 की औसत से 5692 रन बनाये हैं।