बीजेपी की बहुमत की सरकार बनने के बाद अब दोनों ही राज्यों में मुख्यमंत्री को लेकर माथापच्ची जारी है. वहीं बीजेपी की संसद में बुलाई संसदीय दल की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का भव्य स्वागत किया. इस बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री कृष्णा राज बीमार हुए और अस्पताल ले जाया गया.
पीएम नरेंद्र मोदी संसदीय दल की बैठक के दौरान भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि ये बड़ी जीत है और अब हमारी सरकार 19 राज्यों में है. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी जब सत्ता में थीं तो उनकी 18 राज्यों में सरकार थी. उन्होंने कहा कि एक वक्त में हमारी पार्टी की दो सीटें थी और कड़ी मेहनत के चलते हम यहां तक पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि सांसदों को मेहनत करती रहनी होगी.
गुजरात में कम सीटें मिलने के बाद विजय रूपाणी के अलावा दूसरे कई और नामों पर भी चर्चा चल रही है, जिनमें पुरुषोत्तम रूपाला और मनसुख भाई मांडविया का नाम भी आगे रहा है.
गुजरात के पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए अरुण जेटली और सरोज पांडे परसों गुजरात जाएंगे, जहां विधायकों से इस पर चर्चा होगी. वहीं हिमाचल में बीजेपी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल के हारने के बाद उनके सीएम बनने की उम्मीद धूमिल हो गई है. यहां भी जेपी नड्डा, जयराम ठाकुर समेत कई नामों पर चर्चा चल रही है.
हिमाचल के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए निर्मला सीतारमण और नरेंद्र सिंह तोमर आज दोपहर 2 बजे शिमला में सभी नए विधायकों से मिलेंगे और मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा करेंगे. इससे पहले कल हिमाचल के तीन जीते हुए विधायकों को दिल्ली भी बुलाया गया था.
25000 से ज्यादा सीटों से चुनाव जीत कर विजय रूपाणी ने उन ख़बरों पर रोक लगा दी जिनके मुताबिक उन्हें विरोधियों से कड़ी टक्कर मिल रही थी. उनको तत्काल बदले जाने की संभावना भी फिलहाल नहीं दिख रही है. क्योंकि नरेंद्र मोदी के दिल्ली चले आने के बाद गुजरात बीजेपी अंदरूनी टकराव से जूझती रही. आनंदी बेन पटेल को इसलिए जाना भी पड़ा. अब लगातार चौथी जीत के बावजूद रूपाणी को हटाने की कोशिश पार्टी के लिए एक गैजरूरी संकट पैदा कर सकती है.