कराची: पाकिस्तान ने भारत पर चीन -पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के खिलाफ साजिश रचने में अफगानिस्तान का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. ‘डॉन’ की रिपोर्ट की मुताबिक, इकबाल ने गुरुवार को मीडिया से कहा कि भारत इस तरह की साजिशों के लिए अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल कर रहा है, लेकिन उन्होंने सीपीईसी परियोजना के सफल होने की उम्मीद जताई. उन्होंने गुरुवार (28 दिसंबर) को क्वेटा में एक पासपोर्ट कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘भारत सीपीईसी के खिलाफ साजिश रच रहा है लेकिन पाकिस्तान लोगों की मदद से इसे विफल कर देगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत ऐसी साजिशों के लिए अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल कर रहा है.’’ लेकिन सीपीईसी परियोजना सफल होगी.
इकबाल ने कहा कि अमेरिका को पाकिस्तान को धमकियां देना बंद करना चाहिए तथा आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में उसके बलिदानों को स्वीकार करना चाहिए. चीन ने अपनी महत्वाकांक्षी सीपीईसी परियोजना को अफगानिस्तान तक ले जाने की पेशकश की.सीपीईसी के विस्तार की चीन की पेशकश भारत की दृष्टि से काफी अहम है क्योंकि भारत को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से गुजरने वाली इस परियोजना पर कड़ी आपत्ति है.
इकबाल की यह टिप्पणी चीन के विदेश मंत्री वांग यी की मंगलवार (26 दिसंबर) की टिप्पणी के बाद आई है. वांग ने अपनी कहा था कि चीन व पाकिस्तान चाहते हैं कि अफगानिस्तान सीपीईसी में शामिल हो. चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अफगानिस्तान अरबों डॉलर के इस कॉरिडोर में शामिल होने का इच्छुक है. यह कॉरिडोर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है. चीन ने कहा कि अफगानिस्तान के शामिल होने की इच्छा से भारत को चिंता नहीं करनी चाहिए. साथ ही अपनी बेल्ट एंड रोड पहल में ‘बाधा डालने’ के खिलाफ चेतावनी भी दी.