विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ‘रायसीना डायलॉग’ के दूसरे दिन के सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत बचने की कोशिश नहीं करता, बल्कि निर्णय लेने में विश्वास रखता है। जयशंकर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कई देशों ने हिंद-प्रशांत में भारत की बड़ी भूमिका का आह्वान किया है।
‘रायसीना डायलॉग’ को संबोधित कर रहे जयशंकर ने अमेरिका-ईरान के बीच चल रहे तनाव पर कहा कि वे दो विशिष्ट देश हैं और अब जो भी होगा वह इसमें शामिल पक्षों पर निर्भर करता है।
#WATCH EAM Subrahmanyam Jaishankar replies on being asked'Since you took charge as Foreign Minister we had an interesting time in India, be it Kashmir issue, #CitizenshipAmendmentAct, shutdown etc. What do you tell the world when you go out? You must be asked about these issues'. pic.twitter.com/WNERhLd1Si
— ANI (@ANI) January 15, 2020
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत-चीन संबंधों पर कहा कि दोनों देशों के लिए संबंधों में संतुलन अहम है। हमें एक दूसरे के साथ चलना होगा। पड़ोसी देशों के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति पर पहुंचना महत्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने अमेरिका-ईरान तनाव पर कहा कि ये दो विशिष्ट देश हैं और निर्णय उन्हें ही लेना है।