नई दिल्लीः दिल्लीवासियों को ‘पानी माफ और बिजली हाफ’ के वादे के साथ़ सत्ता में आई केजरीवाल सरकार अब पानी के दाम बढ़ाने जा रही है. 14 फरवरी 2015 को दिल्ली की सत्ता संभालते ही आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पानी के दामों का निर्धारण किया था.लेकिन जैसे-जैसे केजरीवाल सरकार के तीन साल पूरे होने जा रहे है पार्टी अपने वादों से भी अलग होती दिख रही है. दिल्ली सरकार ने राजधानी दिल्ली में पानी के दामों में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. दिल्ली जल बोर्ड की बैठक में यह निर्णय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में लिया गया.
जल बोर्ड के सदस्य और सदर बाजार से बीजेपी के निगम पार्षद जय प्रकाश (जेपी) ने मीडिया को बताया कि मीटिंग में केजरीवाल भी मौजूद थे और उनकी मंजूरी के बाद दिल्ली जल बोर्ड ने पानी की दरों में बढ़ोत्तरी को पारित किया.
इसके बाद दिल्ली सरकार के प्रवक्ता नगेंद्र शर्मा ने ट्वीट कर बताया कि 20 प्रतिशत बढ़ोतरी का असर उन लोगों पर नहीं पड़ेगा जो प्रतिमाह 20 हजार लीटर से कम पानी इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में स्पष्ट किया कि सरकार 20 हजार लीटर प्रतिमाह मुफ्त पानी देने के अपने वादे पर अडिग है. उन्होंने कहा कि जो लोग 20,000 लीटर से ज्यादा पानी इस्तेमाल कर रहे हैं उनके पानी और सीवर चार्ज में 20 फीसदी बढ़ोत्तरी को मंजूरी दी गई है.
केजरीवाल के पूर्व सहयोगी और अब आम आदमी पार्टी के बागी नेता कपिल मिश्रा ने इस मामले को लेकर फिर केजरीवाल पर हमला बोला.कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर कहा- दिल्ली सरकार ने पानी का दाम बढ़ाने का फैसला किया. अचानक ऐसा फैसला क्यों? क्या अरविंद केजरीवाल के जल मंत्री बनते ही दिल्ली जल बोर्ड अचानक घाटे में चला गया है? ये दिल्ली वालों के साथ धोखा है. दाम न बढ़ाने का वादा किया गया था.