अहमदाबाद: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले 22 वर्षों में मोदी जी और रूपाणी जी ने केवल एकतरफा विकास किया है. केवल 5-10 लोगों को फायदा मिला है. हरेक को उनके अधिकार नहीं दिए गए हैं. इसके उलट हम लोग गुजरात के बारे में जो भी निर्णय लेंगे, वो गुजरात की जनता की आवाज सुनकर और उनसे बात करके लेंगे. कोई भी निर्णय एकतरफा नहीं होगा.
अपने मंदिर जाने के बारे में उठ रहे सवालों का प्रेस कांफ्रेंस में जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जहां मौका मिलता है, वहां मंदिर जाता हूं. केदारनाथ भी गया था, वो क्या गुजरात में है? मैं इस दौरान जिन भी मंदिरों में गया, वहां मैंने गुजरात के लोगों के ‘सुनहरे भविष्य’ की कामना की. यहां बेहतर विकास की प्रार्थना की. क्या मंदिर में जाना गलत बात है? इससे पहले राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के अंतिम दिन गुजरात में जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की थी.
राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात के लोग बहुत समझदार हैं. वो इस बात को समझ सकते हैं कि पीएम मोदी अपनी रैलियों में किसानों या भ्रष्टाचार की बात नहीं करते. यहां पर जबर्दस्त अंडरकरंट है. थोड़ा इंतजार कीजिए, गुजरात का नतीजा बहुत जबर्दस्त आने वाला है. मुझे तो लगता था कि बीजेपी थोड़ा मजबूती से चुनाव लड़ेगी, लेकिन उनके रुख पर थोड़ा आश्चर्य हुआ. मणिशंकर अय्यर की पीएम मोदी पर टिप्पणी के बारे में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैंने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि मैं ऐसी चीजें नहीं बर्दाश्त नहीं करूंगा. मोदी जी आखिर देश के प्रधानमंत्री हैं. हालांकि मोदी जी ने जो डॉ मनमोहन सिंह के बारे में बोला, वह भी स्वीकार्य नहीं है. मंगलवार को पीएम मोदी की सी-प्लेन से उड़ान पर राहुल गांधी ने कहा, ”मोदी जी अगर सी-प्लेन में उड़ना चाहते हैं तो कुछ गलत नहीं, अच्छी बात नहीं लेकिन ये ध्यान भटकाने की कोशिश है. असली सवाल है कि 22 साल में जनता के लिए क्या किया?”
इस बीच गुजरात चुनाव के दौरान पीएम मोदी से लगातार सवाल पूछने की फेहरिस्त में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को अपना 14वां सवाल पूछा. राहुल गांधी ने अपने नए सवाल में पीएम मोदी से गुजरात में दलितों पर हो रहे अत्याचारों पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया है. राहुल गांधी ने पीएम मोदी से पूछा है कि ऊना की घटना पर आखिर उन्होंने चुप्पी क्यों साध रखी है. राहुल गांधी ने कहा है कि गुजरात में दलितों को रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य के नाम पर कुछ नहीं मिला है.
राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से लिखा ’22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब 14वां सवाल: न जमीन, न रोजगार, न स्वास्थ्य, न शिक्षा गुजरात के दलितों को मिली है बस असुरक्षा ऊना की दर्दनाक घटना पर मोदीजी हैं मौन इस घटना की जवाबदेही लेगा फिर कौन? कानून तो बहुत बने दलितों के नाम कौन देगा मगर इन्हे सही अंजाम?’