पटना : आखिरकार राबड़ी देवी की जिद्द ने प्रवर्तन निदेशालय को उनके आगे झुकने को मजबूर कर ही दिया. 8 बार समन भेजने के बाद भी दिल्ली में ईडी के सामने पेश नहीं हुई राबड़ी देवी से पूछताछ करने के लिए जांच एजेंसी खुद चलकर पटना गई और वहां उनसे पूछताछ की. बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री ईडी को चुनौती दे चुकी थीं कि अगर उन्हें कोई भी पूछताछ करनी है तो पटना आकर पूछताछ करे. जबकि उनके खिलाफ रेलवे के होटल टेंडर में घोटाले का मामला दिल्ली में दर्ज किया गया था. शनिवार को ईडी के अधिकारी पटना गए और सुबह करीब 11.30 बजे राबड़ी देवी अपनी सांसद बेटी मीसा भारती के साथ ईडी कार्यालय पहुंचीं.
वहां पहुंचने पर आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि ईडी का काम है पूछताछ करना, ईडी पूछताछ करेगी लेकिन हम लोग किसी से डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि यह सब साजिश के तहत किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह सब केंद्र सरकार के इशारों पर किया जा रहा है. उनके और उनके परिवार को परेशान किया जा रहा है.
इससे पूर्व ईडी ने पहले उनके बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से दो बार पूछताछ की थी. ईडी तेजस्वी, उनके पिता लालू प्रसाद और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ धन शोधन एक्ट (पीएमएलए) के तहत अनियमितताओं की जांच कर रही है. सीबीआई ने लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के खिलाफ पांच जुलाई को भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था. यह मामला 2006 का है जब रांची और पुरी में भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) के दो होटलों के अनुबंध में अनियमितताएं पाई गई थीं. यह ठेका एक निजी कंपनी को दिया गया था. उस वक्त लालू रेल मंत्री थे. सीबीआई का कहना है कि ठेका सुजाता होटल को दिया गया था. इसके लिए कथित तौर पर पटना में एक भूखंड रिश्वत के तौर पर दिया गया था.