श्रीनगर. भारतीय सेना ने बुधवार को संघर्ष विराम उल्लंघन के जवाब में पीओके में दो पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया। इससे पहले गोलीबारी में एक सूबेदार शहीद हो गया था और एक महिला की जान चली गई थी। संघर्ष विराम उल्लंघन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि सीमा सुरक्षा को लेकर पूरे देश को आश्वस्त रहना चाहिए। जो भी जरूरी होगा वो कदम उठाया जाएगा। भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है। राजनाथ ने दिल्ली में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस एस्टेट्स मैनेजमेंट में एक्सीलेंस अवार्ड्स बांटने के बाद ये बातें कहीं।
भारतीय सेना के सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी सैनिकों ने बुधवार को उड़ी सेक्टर में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया था। उड़ी के अलावा पुंछ के शाहपुर और किर्नी सेक्टर में भी गोलाबारी की थी। इससे पहले रविवार को भी नौशेरा सेक्टर में एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ से संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ था।
5 अगस्त के बाद से गोलीबारी की घटनाएं बढ़ी
पाकिस्तान आम नागरिकों के रिहायशी इलाकों को मोर्टार से निशाना बनाते हैं। 21 और 22 दिसंबर की रात भी पाकिस्तानी सेना ने मेंढर, कृष्णा घाटी और पुंछ में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया था। पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद, पाकिस्तान की तरफ से गोलीबारी की घटनाएं बढ़ गई हैं।
21 दिसंबर को राजौरी जिले में भी सीजफायर का उल्लंघन हुआ
पिछले कई दिनों से पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर तंगधार और कंजलवाड़ सेक्टर में गोलीबारी कर रहा है। 21 दिसंबर को राजौरी जिले के केरी बटाल और सुंदरबनी सेक्टर में एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ से मोर्टार दागे गए। कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर के सुंदरबनी सेक्टर में भी पाकिस्तान की बैट टीम ने फायरिंग की थी, जिसमें एक जवान शहीद हो गया था। वहीं, जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के दो सैनिक मारे गए थे।