नई दिल्ली: पिछले कई वर्षों से घाटे में चल रही सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया को खरीदने के लिए और एयरलाइंस आगे आ रही हैं. टाटा ग्रुप के बाद अब जेट एयरवेज और स्पाइसजेट भी इसे खरीदने की दौड़ में शामिल हो सकती है. विमानन मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, एयर इंडिया को खरीदने वाली कंपनी बड़ी प्लेयर बनकर सामने आएगी. ऐसे में एविएशन सेक्टर का गेम पूरी तरह से बदल जाएगा. एयर इंडिया को खरीदने से केवल घरेलू मार्केट ही नहीं बल्कि ग्लोबल मार्केट में भी अपनी धमक बढ़ाने में मदद मिलेगी.
एयर इंडिया का बड़ा मार्केट शेयर
एयर इंडिया का घरेलू मार्केट में 14% और इंटरनेशनल मार्केट में 17-18% मार्केट शेयर है. एयर इंडिया को खरीदने से बोली लगाने वाली एयरलाइन को बड़ा फायदा मिलेगा. सूत्रों की मानें तो जेट एयरवेज और स्पाइस जेट के पास एयर इंडिया के लिए बोली लगाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
स्पाइसजेट और जेट एयरवेज ने क्या कहा
एयर इंडिया को खरीदने की खबर को लेकर स्पाइसजेट के स्पोक्सपर्सन ने कहा स्पाइसजेट ऐसी डील के लिए काफी छोटी एयरलाइंस हैं. वहीं, जेट एयरवेज के एक वरिष्ठ अधिकारिक सूत्र के मुताबिक, कंपनी एयर इंडिया के लिए बोली लगाने के फैसले पर फिलहाल विचार कर रही है.
टाटा ग्रुप भी है दौड़ में
पिछले महीने एक इंटरव्यू के दौरान टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने साफ किया था कि ग्रुप एयर इंडिया को खरीदने के लिए इच्छुक है और बोली लगाने के फैसले पर विचार चल रहा है. टाटा संस के चेयरमैन के मुताबिक, ग्रुप अपने एविएशन कारोबार के विस्तार को बढ़ाने पर विचार कर रहा है. इसलिए एयर इंडिया को खरीदना उनके प्लान का हिस्सा हो सकता है. हालांकि, इसके लिए संबंधित पहलुओं पर विचार चल रहा है.
‘सिंगापुर एयरलाइंस के साथ खरीद सकते हैं हिस्सा’
सूत्रों के मुताबिक, टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने सरकार के साथ अनौपचारिक बातचीत में एयर इंडिया में 51 फीसदी हिस्सा के साथ कंट्रोलिंग स्टेक खरीदने में इच्छा जताई थी. हालांकि, टाटा ग्रुप यह डील सिंगापुर एयरलाइंस के साथ पार्टनरशिप में करना चाहता है.
इंडिगो भी जता चुकी है इच्छा
एयर इंडिया में हिस्सा खरीदने के लिए इंडिगो एयरलाइंस भी इच्छा जता चुकी है. ये जानकारी खुद विमानन मंत्रालय की तरफ से दी गई थी. हालांकि, उस वक्त तक इंडिगो के अलावा किसी और एयरलाइंस ने ऐसी इच्छा नहीं जताई थी. आपको बता दें कि कैबिनेट ने एयर इंडिया के विनिवेश को मंजूरी दी है.
52000 करोड़ से ज्यादा का कर्ज
पिछले कई साल से एयर इंडिया कर्ज में डूबी है. उस पर 52,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज है. इसके लिए कुल 30,000 करोड़ रुपए का पैकेज मंजूर किया गया था, इसमें से एयरलाइन को लगभग 24,000 करोड़ रुपए मिल चुके हैं. हाल ही में बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी एयरलाइंस को बड़ा लोन दिया था.