जेपी नड्डा भाजपा के 11वें राष्ट्रीय अध्यक्ष बने

नई दिल्ली. जगत प्रकाश नड्डा (59) आम सहमति से भाजपा के 11वें राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया के तहत सोमवार को पार्टी मुख्यालय में इस पद के लिए नामांकन दाखिल किया। कोई उम्मीदवार नहीं आने पर उन्हें अध्यक्ष बनाया गया। वे अमित शाह के बाद दूसरे ऐसे नेता हैं, जिन्हें उत्तर प्रदेश में सफलता के बाद पार्टी की कमान सौंपी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी मुख्यालय पहुंचकर नड्डा का स्वागत और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।

प्रधानमंत्री ने कहा- जिन आदर्शों और मूल्यों के लिए 5-5 पीढ़ियां खप गईं, उन्हीं आदर्शों और मूल्यों को लेकर भाजपा राष्ट्र की आशा और अपेक्षाओं के अनुरूप अपने आप को ढालेगी और विस्तार करेगी। पार्टी हॉरिजेंटल विस्तार करती रहती है और कार्यकर्ताओं का वर्टिकल विकास होता रहता है। इसी परंपरा का परिणाम है। आज भी भाजपा को लगातार नई पीढ़ियां मिलती चली जा रही हैं। ये पीढ़ियां अपने कालखंड में पार्टी को आगे बढ़ाने में सफल होती हैं और उत्तम सेवा करती हैं।

‘भाजपा का हॉरिजेंटल और कार्यकर्ताओं का वर्टिकल विकास’
प्रधानमंत्री ने कहा- जिन आदर्शों और मूल्यों के लिए 5-5 पीढ़ियां खप गईं, उन्हीं आदर्शों और मूल्यों को लेकर भाजपा राष्ट्र की आशा और अपेक्षाओं के अनुरूप अपने आप को ढालेगी और विस्तार करेगी। पार्टी हॉरिजेंटल विस्तार करती रहती है और कार्यकर्ताओं का वर्टिकल विकास होता रहता है। इसी परंपरा का परिणाम है। आज भी भाजपा को लगातार नई पीढ़ियां मिलती चली जा रही हैं। ये पीढ़ियां अपने कालखंड में पार्टी को आगे बढ़ाने में सफल होती हैं और उत्तम सेवा करती हैं।

‘भाजपा संघर्ष और संगठन की पटरियों पर चलती है’
मोदी ने कहा- 2014 में अमित भाई और 2014 के पहले हम राजनाथजी के नेतृत्व में लड़े। राजनीतिक दलों के लिए चुनाव लगातार चलने वाली प्रक्रिया। अकेले में तो सभी दल बोलते हैं कि बार-बार चुनाव होते हैं। लेकिन, सामूहिक रूप से बोलने में इन दलों को कठिनाई आती है। हमारी पार्टी का विकास संघर्ष और संगठन की पटरियों पर चलती है।’

‘सत्ता में रहते हुए पार्टी को चलाना बहुत बड़ी चुनौती’
“राजनीतिक दल के लिए सत्ता में रहते हुए पार्टी को चलाना बहुत बड़ी चुनौती होती है। राजनीतिक दल देखते ही देखते स्वयं अपने आप में सरकार का हिस्सा दिखने लग जाता है। 70 साल का हमने इतिहास देखा है कि राजनीतिक दलों और सत्ता में बैठे लोगों में एक लकीर भी नहीं बची। हमारे सामने भी 2014 से 2019 के बीच चुनौती थी कि सत्ता में रहते हुए दल कि गतिविधि, कार्यकलापों और जनसंपर्क में रत्ती भर भी कमी न आने दें। हम सरकार और दल के बीच की लकीर को कभी भी खत्म नहीं होने देंगे। ऐसे समय दल को चलाना और बढ़ाना चुनौती होता है। हमने ऐसा किया है। विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र द्वारा पली और पनपी पार्टी है।’

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी समेत समस्त भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री, राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष जेपी नड्डा के नाम का प्रस्ताव रखा। उन्हें मोदी और अमित शाह के अलावा संघ का करीबी माना जाता है। शाह के केंद्रीय मंत्री बनने के बाद नड्डा को 19 जून 2019 काे कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

 

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