लॉकडाउन के कारण गत मार्च में ऑनलाइन पेमेंट्स में गिरावट आ गई है। नेशनल पेमेंट्स कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) की सीओओ प्रवीणा राय ने बताया कि इस साल फरवरी के मुकाबले मार्च में यूपीआई और भीम ऐप से किया जाने वाला ट्रांजैक्शन करीब 16,055 करोड़ रुपए कम रहा।
इनकी संख्या 8 करोड़ घट गई है। यह गिरावट इसलिए आई, क्योंकि सभी कमर्शियल संस्थान बंद हैं और लोग भी घरों पर हैं। इसके साथ ही आईएमपीएस और आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (एईपीएस) से होने वाले ट्रांजैक्शन की संख्या घट गई है। फिनटेक कन्वरजेंस काउंसिल के चेयरमैन नवीन सूर्या ने कहा कि भारत में 15 मार्च के बाद कोरोना के कारण लेन-देन में थोड़ी गिरावट आई थी। पर 25 मार्च से पूर्ण लॉकडाउन से गिरावट ज्यादा हो गई। मुझे लगता है कि अप्रैल में इसमें और गिरावट आएगी। सूर्या ने यह भी कहा कि भविष्य में डिजिटल पेमेंट और बढ़ेंगे।
व्यक्तिगत घटा, फूड-ग्रॉसरी के लिए पेमेंट 6% तक बढ़ा
एनपीसीआई की सीओओ राय ने बताया कि पर्सन टू पर्सन होने वाला पेमेंट घटा है, जबकि फूड और ग्रॉसरी कैटेगरी में पर्सन टू मर्चेंट पेमेंट में पांच से छह फीसदी तक बढ़ गया है। हमने सब्जी की दुकान, पेट्रोल पंप, रेस्त्रां, ई-कॉमर्स और बिल भुगतान को स्मार्ट फोन आदि से बढ़ावा देने के लिए यूपीआई चलेगा कैंपेन भी लॉन्च किया है।
ट्रांजैक्शन | फरवरी | मार्च | अंतर |
आईएमपीएस (संख्या) | 24.78 | 21.68 | -3.1 |
आईएमपीएस(राशि) | 2,14,566 | 2,01,962 | -12,604 |
भीम-यूपीआई(संख्या) | 133 | 125 | -8 |
भीम-यूपीआई (राशि) | 2,22,517 | 2,06,462 | 16,055 |
एईपीएस(संख्या) | 21.67 | 18.18 | -3.49 |
एईपीएस(राशि) | 11,389 | 10,170 | -1219 |
- एनपीसीआई की सीओओ के मुताबिक- पर्सन टू पर्सन होने वाला पेमेंट घटा, जबकि फूड-ग्रॉसरी कैटेगरी में पर्सन टू मर्चेंट पेमेंट में 5-6% की बढ़ोतरी
- फिनटेक कन्वरजेंस काउंसिल के चेयरमैन ने कहा- भारत में 15 मार्च के बाद लेन-देन में थोड़ी गिरावट आई थी, 25 मार्च से पूर्ण लॉकडाउन से ज्यादा गिरावट
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