नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुई हिंसा के आरोपी एसआर दारापुर के परिवार से मिलने जा रही थी। लेकिन बीच में पुलिस ने प्रियंका गांधी के काफिला को रोक दिया और आगे जाने से मना कर दिया। इसके बाद प्रियंका गांधी कार्यकर्ता के स्कूटी पर बैठकर आगे बढ़ीं। फिर भी पुलिस ने उनको आगे रोक दिया है।
Congress General Secy for UP(East) Priyanka Gandhi Vadra stopped on her way while she was going to visit family of Sadaf Jafar, who was arrested during protest against #CitizenshipAmendmentAct; says,"There's no point stopping us on road. It's not an issue of SPG but of UP police" pic.twitter.com/geNQSt4wvJ
— ANI UP (@ANINewsUP) December 28, 2019
इसके बाद प्रियंका गांधी पैदल चल पड़ी थीं। इस बीच भी पुलिस ने उनको जाने से रोका। प्रियंका गाधी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने गला दबाकर मुझे रोकने का प्रयास किया है। इस पर कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मुझे सड़क पर रोकने का कोई मतलब ही नहीं बनता. यह एसपीजी का नहीं बल्कि पूरी तरह से यूपी पुलिस का मामला है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक सिंह ने ‘भाषा’ को बताया कि रास्ते में लोहिया चौराहे के पास पुलिस ने प्रियंका के वाहन को रोक दिया । जब उन्होंने इसका विरोध किया और पूछा कि आखिर उन्हें क्यों रोका जा रहा है। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह मेरी सुरक्षा का नहीं बल्कि योगी की पुलिस का मुद्दा है।
उन्होंने बताया कि पुलिस के एक क्षेत्राधिकारी ने प्रियंका के वाहन के आगे अपनी गाड़ी लगा दी तो वह पैदल ही चल पड़ीं और करीब एक किलोमीटर दूर पुल पार करने के बाद प्रियंका फिर गाड़ी में बैठीं। कांग्रेस नेता ने बताया कि आगे मुंशी पुलिया इलाके में पुलिस ने उन्हें फिर रोका तो वह दोबारा पैदल चलने लगीं और इंदिरा नगर के सेक्टर 18 में अचानक एक गली में मुड़ गयीं।
इस दौरान हलकान हुई पुलिस और पार्टी नेताओं के बीच अफरा—तफरी का माहौल पैदा हो गया और कुछ देर तक तो पता ही नहीं चला कि प्रियंका कहां गयीं। बाद में मालूम हुआ कि वह दारापुरी के घर पहुंच गयीं हैं और इसके लिए उन्होंने करीब तीन किलोमीटर पैदल सफर किया।
दारापुरी के परिजनों से मुलाकात के बाद निकली प्रियंका ने संवाददाताओं से कहा ”मैं गाड़ी में शांतिपूर्वक जा रही थी, तब कानून—व्यवस्था कैसे बिगड़ने वाली थी? मैंने किसी को बताया तक नहीं ताकि मेरे साथ तीन से ज्यादा लोग नहीं आयें। मुझे रोका गया तभी मैं पैदल चली। इनके पास मुझे रोकने का हक नहीं है। अगर गिरफ्तार करना चाहते हैं तो करें।” इस सवाल पर कि क्या सरकार को लगता है कि उनकी वजह से उनकी राजनीति को खतरा है, प्रियंका ने कहा ”सबकी राजनीति को खतरा है।”