महाराष्ट्र में सोमवार को दिनभर सियासी उठापटक के बाद सरकार गठन का पेच और उलझ गया है। सुबह ही भाजपा से अलग राह अपनाने वाली शिवसेना के नेता शाम को आदित्य ठाकरे की अगुवाई में राज्यपाल से मिले पर दावा पेश नहीं कर सके। उन्होंने सरकार बनाने के लिए दो दिन का वक्त मांगा पर राज्यपाल ने इससे इनकार कर दिया। देर रात राजभवन ने एनसीपी को न्योता देकर मंगलवार शाम तक दावा पेश करने को कहा।
शिवसेना को शाम 7:30 बजे तक विधायकों का समर्थन पत्र पेश करना था। इसके लिए वह सुबह से जुगत में लगी थी।मुंबई से दिल्ली दिनभर बैठकों का दौर के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि जब तक कांग्रेस साथ नहीं आए, सरकार नहीं बन सकती।
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दो बार पार्टी नेताओं के साथ चर्चा की। देर शाम खबर आई कांग्रेस शिवसेना को बाहर से समर्थन दे सकती है लेकिन बाद में पार्टी नेता और महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि एनसीपी के साथ और चर्चा करना चाहते हैं। देर शाम राज्यपाल से मिलने के बाद आदित्य ठाकरे ने कहा, हमने राज्यपाल से और वक्त मांगा था। वहीं, राज्यपाल ने बयान जारी कर कहा, शिवसेना जरूरी समर्थन पत्र नहीं जमा कर सकी।