मुंबई. महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस और राकांपा नेताओं के बीच मुलाकात हुई। बैठक के बाद कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चह्वाण ने कहा, “कांग्रेस-राकांपा के बीच आज लंबी और सकारात्मक बातचीत हुई। बातचीत जारी रहेगी। मुझे उम्मीद है कि हमलोग जल्द ही महाराष्ट्र में एक स्थिर सरकार बनाने में सफल होंगे।”
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा- जब 3 पार्टियां मिलकर सरकार बनाती हैं तो प्रक्रिया में समय लगता है। प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। अगले 2-5 दिनों में प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। राज्य में सरकार का गठन हो जाएगा। इससे पहले राउत ने कहा था कि सरकार गठन को लेकर गुरुवार तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। राउत ने कहा- शिवसेना का मुख्यमंत्री बनना चाहिए। ये महाराष्ट्र की जनता की इच्छा है। ये राज्य की भावना है कि उद्धव ठाकरे जी नेतृत्व करें।
पवार ने मोदी से कहा- मैं आपका आभारी रहूंगा
Prithviraj Chavan, Congress on Maharashtra govt formation: Congress-NCP has had long and positive discussions today. Discussions will continue; I am sure we will be able to give a stable govt to Maharashtra very soon. pic.twitter.com/148KbFDhs0
— ANI (@ANI) November 20, 2019
इससे पहले राकांपा प्रमुख शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पवार ने प्रधानमंत्री को दिए पत्र में लिखा- मैंने दो जिलों (मराठवाड़ा और विदर्भ) में भारी बारिश से बर्बाद हुई फसल को लेकर डाटा एकत्रित किया था। चूंकि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है, ऐसे में आपका इस मामले में दखल देना बेहद जरूरी है। यदि आप प्रभावित किसानों की मदद के लिए कुछ त्वरित निर्णय लेते हैं तो मैं आपका आभारी रहूंगा। मैं इस संबंध में और भी जानकारी इकट्ठा कर रहा हूं। आपको जल्द भेजूंगा।
शरद पवार और प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात पर राउत- अगर पीएम से कोई नेता मिलता है, तो क्या खिचड़ी ही पकती है? कल अगर उद्धव ठाकरे मोदी से किसानों के मुद्दे पर मिलते हैं तो क्या खिचड़ी पकती है? शरद पवार कृषि क्षेत्र के जानकार व्यक्ति हैं, हमने 2 दिन पहले उनसे आग्रह किया था कि वह राज्य में किसानों की समस्याओं को पीएम मोदी के समक्ष रखें।
उद्धव ने विधायकों को मातोश्री पर बुलाया
शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि उद्धव ठाकरे ने सभी विधायकों को आधार कार्ड के साथ 22 नवंबर को मातोश्री में बुलाया है। सूत्रों की मानें तो सभी विधायकों को पांच दिन के लिए कपड़े लेकर आने को कहा गया है।