जम्मू: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज अपने छोटे भाई तसादुक हुसैन मुफ्ती और चाडूरा से विधायक जावेद मुस्तफा मीर को अपनी कैबिनेट में शामिल किया . महबूबा की ओर से अप्रैल 2016 में भाजपा से गठबंधन कर सरकार बनाने के बाद यह मंत्रिपरिषद का दूसरा विस्तार है . राज्यपाल एन. एन. वोहरा ने विधायकों को राजभवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई.
मुख्यमंत्री महबूबा की शिकायत शाखा के प्रमुख के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे 45 साल के तसादुक ने 2016 में अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद राज्य की राजनीति में कदम रखा था. जानेमाने सिनेमेटोग्राफर तसादुक इस साल सात जनवरी को अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद की पहली बरसी पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पीडीपी में शामिल हुए थे. राज्यपाल ने बीते 22 दिसंबर को तसादुक को विधान परिषद के सदस्य के रूप में नामित किया था .
पीडीपी से विक्रमादित्य सिंह के इस्तीफे के कारण यह जगह खाली हुई थी . विक्रमादित्य ने पीडीपी की प्राथमिक सदस्यता से 22 अक्तूबर को इस्तीफा दे दिया था. मंत्री पद की शपथ लेने के बाद तसादुक ने पत्रकारों को बताया, ‘‘मैं जम्मू-कश्मीर की शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए कड़ी मेहनत करूंगा . मेरा फोकस जम्मू-कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र में जान फूंकने पर होगा .’’
चाडूरा विधानसभा सीट से विधायक और दो बार मंत्री रह चुके जावेद मुस्तफा मीर को भी गुरुवार को महबूबा कैबिनेट में जगह दी गई . वह 2002 में मुफ्ती मोहम्मद सईद सरकार में राज्य मंत्री और फिर 2015 में उन्हीं की सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं . बहरहाल, अप्रैल 2016 में महबूबा के मुख्यमंत्री बनने के बाद मीर को मंत्रिपरिषद से हटा दिया गया था .
जम्मू-कश्मीर में सत्ताधारी गठबंधन में साझेदार भाजपा ने कैबिनेट में हुए इस विस्तार का स्वागत किया . भाजपा नेता एवं उप-मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा कि इस कैबिनेट विस्तार से मंत्रिपरिषद को मजबूती मिलेगी . उन्होंने कहा, ‘‘हम भविष्य में अच्छे नतीजे की उम्मीद करते हैं .’’ लेकिन कांग्रेस ने मुफ्ती परिवार के एक और सदस्य को कैबिनेट में शामिल करने पर भाजपा की चुप्पी पर सवाल उठाए .
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी ए मीर ने कहा कि भाजपा चुनाव प्रचारों में वंशवाद को मुद्दा बनाती है, लेकिन अब उसने ‘‘अपनी आंखें मूंद ली हैं .’’ विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस ने कहा कि पीडीपी सिर्फ एक परिवार को सशक्त करने के ‘‘एकमात्र लक्ष्य’’ के साथ काम कर रही है.
नेशनल कांफ्रेंस के प्रदेश अध्यक्ष नासिर असलम वानी ने बांदीपुरा में दावा किया कि पीडीपी के भीतर विभाजन ‘‘इतना ज्यादा कभी नहीं था .’’ हालांकि, पीडीपी ने पार्टी में मतभेद की बातों को खारिज किया . सड़क एवं निर्माण मंत्री नईम अख्तर ने कहा कि तसादुक को कैबिनेट में शामिल करने से पार्टी एवं सरकार में युवा रक्त का संचार होगा
अख्तर ने पत्रकारों को बताया, ‘‘हमें उनसे काफी उम्मीदें हैं .’’ बीते 22 दिसंबर को तसादुक को जब राज्य विधान परिषद में नामित किया गया था तो हज मंत्री सैयद फारूक अंद्राबी ने ‘‘निजी कारणों’’ का हवाला देते हुए मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया था . अंद्राबी ने अपनी भतीजी महबूबा को इस्तीफा सौंपा था . इस्तीफा बाद में राज्यपाल को भेजा गया था और उसे स्वीकार कर लिया गया था .
तसादुक हुसैन मुफ्ती को मिला पर्यटन विभाग
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अपने छोटे भाई तसादुक मुफ्ती को पर्यटन जैसा अहम विभाग दिया. उन्हें आज अन्य पीडीपी विधायक जावेद मुस्तफा मीर के साथ राज्य मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया. मुख्यमंत्री की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया है कि तसादुक को पर्यटन विभाग आवंटित किया गया है. यह विभाग पहले महबूबा मुफ्ती के पास था. आदेश में कहा गया है कि मीर को आपदा प्रबंधन, राहत और पुनर्वास एवं बागवानी विभाग दिये गए हैं.
इसके अलावा राज्य के राजस्व एवं संसदीय मामलों के मंत्री अब्दुल रहमान वीरी को हज और अकाफ का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. आवासीय एवं शहरी विकास, समाज कल्याण, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभागों की राज्य मंत्री आसिया नकाश को ऊर्जा विकास, उद्योग और वाणिज्य विभागों की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गयी है. वन, पर्यावरण, भेड़ पालन, मत्स्य और सहकारिता राज्य मंत्री मीर जहूर अहमद को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, सिंचाई और खाद्य नियंत्रण का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.