चीने से फैला कोरोना वायरस पूरी दुनिया में तेजी से पांव पसार रहा है। कोरोना वायरस के वैश्विक असर को देखते हुए आज सार्क देशों के सदस्यों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रणनीति पर चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सार्क देशों के नेताओं और प्रतिनिधियों ने कोरोना वायरस से निपटने के लिये रणनीति बनाने को लेकर वीडियो कांफ्रेंस में हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दक्षेस क्षेत्र में कोरोना वायरस से संक्रमण के लगभग 150 मामले आए हैं, लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है। तैयार रहें लेकिन घबराएं नहीं..यही हमारा मंत्र है। विकासशील देशों के सामने यह बड़ी चुनौती है। हमने इससे निपटने के लिए समय-समय पर कदम उठाए हैं। दरअसल, कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए पीएम मोदी ने सार्क (दक्षेस) देशों के सदस्यों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए रणनीति बनाने और चर्चा करने का प्रस्ताव दिया था।
सार्क देशों के वीडियो कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा कि इस विशेष सत्र में शामिल होने के लिए मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं। विशेष रूप से हमारे मित्र, नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने अपनी हालिया सर्जरी के तुरंत बाद हमें ज्वाइन किया है। मैं उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि जैसा कि हम इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं, मैं इस वायरस के प्रसार से निपटने के भारत के अनुभव को संक्षेप में साझा करना चाहूंगा। हमारा मार्गदर्शक मंत्र है- ‘तैयार रहें, मगर घबराएं नहीं।’
PM Modi: As we prepare to face this challenge, let me briefly share India’s experience of combating the spread of this virus so far. “Prepare, but don’t panic” has been our guiding mantra. #COVID19 pic.twitter.com/8ELyM3Bjn6
— ANI (@ANI) March 15, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षेस देशों के नेताओं से कहा कहा कि हमने कोरोना वायरस के फैलने के मद्देनजर मध्य जनवरी से ही भारत में प्रवेश करने वाले लोगों की जांच का काम शुरू किया था और धीरे-धीरे यात्रा पाबंदी को बढ़ाया।
पीएम मोदी ने शुक्रवार को आठ सदस्यीय इस क्षेत्रीय संगठन से संपर्क किया था और इस विषाणु का मुकाबला करने के लिए ठोस रणनीति बनाने के लिये दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के नेताओं के बीच वीडियो कांफ्रेंस की वकालत की थी। उनके सुझाव का दक्षेस के सभी सदस्य देशों ने समर्थन किया था।
पाकिस्तान की ओरे से प्रधानमंत्री के विशेष स्वास्थ्य सहायक डॉ. जफर मिर्जा ने तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए संयुक्त रणनीति बनाने के वास्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार यानी आज प्रस्तावित दक्षेस के सदस्य देशों के वीडियो कांफ्रेंस में हिस्सा लिया।
इस घातक विषाणु के चलते 135 से अधिक देशों और क्षेत्रों में 5700 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 150,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं। सबसे अधिक मार चीन पर पड़ी है जहां 80000 से अधिक लोग इस संक्रमण के शिकार हुए और 3199 मौतें हो गईं।
पाकिस्तान में कोरोना वायरस से किसी की मौत नहीं हुई है जबकि भारत में दो लोगों की जान चली गई है। पाकिस्तान में इस बीमारी के 34 मामले सामने आये हैं जबकि भारत में 107 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। अफगानिस्तान में इस रोग के 11 मामले सामने आये जबकि श्रीलंका में दस मामलों की पुष्टि हुई है। मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल और भूटान में एक-एक मामले सामने आये।
कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए दक्षेस देशों की संयुक्त रणनीति पर मोदी द्वारा बल दिया जाना इस मायने में अहम है कि पिछले तीन सालों में भारत पाकिस्तान के आतंकवादी नेटवर्क से इस क्षेत्र के लिए उत्पन्न सुरक्षा चुनौती का हवाला देकर दक्षेस से दूरी बनाकर चलता रहा है। दक्षेस की पिछली बैठक 2014 में नेपाल के काठमांडू में हुई थी जिसमें मोदी ने शिरकत की थी।