रूस (Russia Covid-19 Vaccine) ने दावा किया है कि उसने कोरोना वायरस की वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल पूरा कर लिया है. एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन सहित बड़ी राजनीतिक हस्तियों ने अप्रैल में ही कोरोना का टीका लगवा लिया था.
"हम जानते थे कि वो (सचिन पायलट) निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है खाली लोगों को लड़वा रहा है… मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मैं यहां कोई सब्जी बेचने नहीं आया हूं। मैं मुख्यमंत्री बनने आया हूं": राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत pic.twitter.com/AgkY67gVf1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 20, 2020
मॉस्को: कोरोना वायरस (Coronavirus Vaccine) की वैक्सीन को लेकर दुनियाभर के वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं. कई जगहों पर ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गया है तो कहीं यह वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया के अंतिम चरण में है. इसी बीच एक खुलासा हुआ है कि रूस (Russia Covid-19 Vaccine) ने दावा किया है कि उसने कोरोना वायरस की वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल पूरा कर लिया है. वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार रूसी राष्ट्रपति पुतिन, बड़ी राजनीतिक हस्तियों और देश के अरबपतियों ने अप्रैल महीने में ही कोरोना का टीका लगवा लिया था.
अरबपतियों को पहेल ही दी गई वैक्सीन
हाल ही में आई ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के अरबपतियों और राजनेताओं को कोरोना वायरस की प्रायोगिक वैक्सीन को अप्रैल में ही दे दिया गया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रपति पुतिन को ये टीका दिया गया है या नहीं ये कन्फर्म नहीं है लेकिन जिस तरह सभी शीर्ष राजनीतिक नेताओं, सरकारी अधिकारी और अरबपतियों को ये दिया जा चुका है ऐसे में पुतिन को ये नहीं दिया गया हो इसकी संभावना बेहद कम है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जिन अमीरों को यह वैक्सीन दी गई, उनमें एल्युमीनियम की विशाल कंपनी यूनाइटेड रसेल के शीर्ष अधिकारी, अरबपति और सरकारी अधिकारी शामिल हैं. इस वैक्सीन को मास्को स्थित रूस की सरकारी कंपनी गमलेया इंस्टीट्यूट ने अप्रैल में तैयार किया था.
सितंबर से वैक्सीन का प्रोडक्शन शुरू होगा
जानकारी के मुताबिक यह वैक्सीन 12 से 14 अगस्त के बीच ‘सिविल सर्कुलेशन’ में आ जाएगी. प्राइवेट कंपनियां सितंबर से वैक्सीन का बड़े पैमाने पर प्रॉडक्शन शुरू कर देंगी. हालांकि रूसी अधिकारियों ने यह नहीं बताया है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यह वैक्सीन दी गई है या नहीं. गमलेई सेंटर हेड के मुताबिक, वैक्सीन ह्यूमन ट्रायल में पूरी तरह सेफ साबित हुई है. अगस्त में जब मरीजों को वैक्सीन दी जाएगी तो यह उसके फेज 3 ट्रायल जैसा होगा क्योंकि जिन्हें डोज मिलेगी, उनकी मॉनिटरिंग की जाएगी.
There is not much evidence that there is community transmission happening at national level. But there are hotspots, even in cities where there is spike of cases & it very likely that local community transmission in those areas is happening: AIIMS Director Randeep Guleria pic.twitter.com/nC5QH3W6P7
— ANI (@ANI) July 20, 2020
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