नई दिल्लीः पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव के परिवार ने दिल्ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की है. 25 दिसंबर को पाकिस्तान में कुलभूषण के मिलकर कर जब उनकी मां और पत्नी दिल्ली पहुंचे तो सबसे पहले विदेश मंत्री से उनकी मुलाकात करवाई गई. कुलभूषण के परिवार के साथ विदेश मंत्री के निवास पर हुई यह मीटिंग सुबह साढ़े 9 बजे शुरू हुई. विदेश मंत्री के साथ यह मीटिंग काफी लंबे समय तक तक चली. बताया जा रहा है कि जाधव के परिवार द्वारा पाकिस्तान में जाधव से हुई बातचीत के बारे में विदेश मंत्री को बताया गया है
जाधव के परिवार ने विदेश मंत्री को बताया कि इस्लामाबाद में उनके साथ क्या हुआ, कैसा व्यवहार किया गया, क्या बातें की गईं और कुलभूषण ने उन्हें क्या बताया. विदेश सचिव एस जयशंकर और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार भी सुषमा स्वराज के निवास स्थान पर मौजूद थे.
पाकिस्तान की जेल में कथित रूप से जासूसी के मामले में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव ने सोमवार (25 दिसंबर) को इस्लामाबाद में अपनी पत्नी और मां से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान पाकिस्तान का रवैया चौंका देने वाला था. जाधव से उनकी मां और पत्नी की मुलाकात एक बंद कमरे में शीशे की दीवार के बीच कराई गई. बातचीत के दौरान विदेश मंत्रालय के कुछ अधिकारी भी वहां मौजूद थे. बातचीत के लिए एक इंटरकॉम का इस्तेमाल किया गया और कई कैमरों की निगरानी में पूरी मुलाकात हुई.
पाकिस्तान ने मानवीय आधार पर कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी को उनसे मिलने की इजाजत दी थी. हालांकि मुलाकात के दौरान पड़ोसी देश ने मानवता के सभी मापदंडों की अवहेलना की. यहां तक कि मुलाकात से पहले जाधव की पत्नी और मां के कपड़े तक बदलवाए गए. उनके कानों की बाली से लेकर बिंदी भी हटा दी गई. मुलाकात से पहले जारी तस्वीर और वीडियो में दिख रहा है कि जाधव की मां और पत्नी इस्लामाबाद पहुंचे तब दोनों ने बिंदी लगाई थी कानों में बालियां भी पहनी थी. लेकिन मुलाकात के दौरान कमरे में बैठे परिजनों के कान खाली थे और बिंदी भी हटा दी गई.
बदलवाए गए कपड़े?
मुलाकात से पहले और बाद के फोटो में साफ नजर आ रहा है कि इस्लामाबाद पहुंचने के बाद जाधव की मां और पत्नी के कपड़े बदलवाए गए थे. मुलाकात से पहले की फोटो में मां ने सफेद रंग की साड़ी पहनी हुई थी और उन्होंने एक शॉल ली थी, जबकि पत्नी ने लाल-पीले रंग का सूट पहना था और एक शॉल भी ओढ़े हुए थीं. मुलाकात के बाद भी दोनों इन्हीं कपड़ों में नजर आईं लेकिन बंद कमरे में मुलाकात के दौरान दोनों की ही वेशभूषा अलग थी.
सुरक्षा कारणों का हवाला
शीशे की दीवार में मुलाकात के सवाल पर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता फैजल की ओर से दलील दी गई कि उन्हें पहले ही बता दिया गया था कि सुरक्षा कारणों के चलते शीशे की दीवार के बीच मुलाकात कराई जाएगी. वहीं जाधव को काउंसलर एक्सेस के सवाल पर फैजल ने कहा कि यह काउंसलर एक्सेस नहीं था. यह सिर्फ 30 मिनट की मुलाकात थी, जिसे जाधव के कहने पर 10 मिनट और बढ़ाया गया था.
जाधव के परिवार का पाकिस्तान ने किया मानसिक उत्पीड़न
इस मुलाकात के तरीके पर सवाल खड़े हो रहे हैं. मानवीय आधार पर एक मां को अपने बेटे से और एक पत्नी को अपने पति से सीधे तौर पर नहीं मिलने दिया गया. वे आमने-सामने जरूर बैठे थे, लेकिन उनके बीच में शीशे की दीवार थी. तीनों आपस में बात कर सकें. इसके लिए इंटरकॉम का इंतजाम किया गया था. कुलभूषण जाधव की तस्वीरें देखकर कहा जा रहा है कि उन्हें पाकिस्तान में किस तरह प्रताड़ित किया गया है.
जाधव पर पाक ने किया अत्याचार
पिछले साल मार्च में गिरफ्तारी के बाद से जाधव की उनसे यह पहली मुलाकात है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से इस मुलाकात के जारी किए गए वीडियो में खुलासा हुआ है कि कुलभूषण जाधव के साथ वहां अत्याचार हुआ है. सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि शिपिंग कंटेनर में कुलभूषण जाधव की मुलाकात उनके परिवार से कराई गई. ये भी कहा जा रहा है कि शिपिंग कंटेनर में पर्दे और कैमरे भी लगाए गए थे. इस मुलाकात के वक्त यह शिपिंग कंटेनर किसी ऊंची बिल्डिंग के बेसमेंट में रखा गया था. विशेषज्ञों का कहना है कि शिपिंग कंटेनर में कैदियों को तभी रखा जाता है जब उन्हें प्रताड़ित करना होता है. शिपिंग कंटेनर लोहे की मोटी परत से तैयार किया जाता है. यह बिल्कुल साउंड प्रुफ होता है.