कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के फैसले को गलत बताया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने सभी पार्टी को सरकार बनाने के लिए न्यौता दिया लेकिन कांग्रेस को न्यौता नहीं दिया गया.
मुंबई: आज शरद पवार के साथ कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक के बाद एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि इस बैठक में महाराष्ट्र की मौजूदा सियासी हालात पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि सरकार बनाने पर बातचीत आगे जारी रहेगी. यानी ये दोनों पार्टियां शिवसेना को समर्थन देंगी या नहीं इस पर सस्पेंस बरकार है. दोनों ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले है. हालांकि इतना जरूर कहा कि बातचीत जारी रहेगी. वहीं कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के फैसले को गलत बताया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने सभी पार्टी को सरकार बनाने के लिए न्यौता दिया लेकिन कांग्रेस को न्यौता नहीं दिया गया.
Ahmed Patel, Congress: The way President's rule was recommended, I condemn it. This government has violated the SC guidelines on President's rule on several occasions in in the last 5 years. #Mumbai #MaharashtraGovtFormation pic.twitter.com/P25f8QDI9D
— ANI (@ANI) November 12, 2019
हीं एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि हम जल्दबाजी में नहीं है. हम लोग कांग्रेस के साथ चर्चा करेंगे तब फैसला लेंगे. इसके साथ ही अहमद पटेल ने कहा कि पहले हम अपने सयोगियों के साथ बातचीत करेंगे उसके बाद हम शिवसेना के साथ बातचीत करेंगे. वहीं एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि आज कांग्रेस और एनसीपी के सीनियर नेताओं के साथ बैठक हुई. 11 नवंबर को शिवसेना से हमसे औपचारिक तौर पर संपर्क किया. हम सभी बिंदुओं पर बात करेंगे और तब जाकर फैसला लेंगे.
कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने साफ किया कि अभी तक हमने शिवसेना के साथ जाने का फैसला नहीं लिया है. इस बैठक में शरद पवार, अहमद पटेल, प्रफुल्ल पटेल, मल्लिकार्जुन खगड़े, अजित पवार और वेणु गोपाल सहित अन्य नेता मौजूद थे. अहमद पटेल ने ये भी कहा कि इस सरकार ने पिछले पांच सालों में कई मौकों पर राष्ट्रपति शासन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन का उल्लंघन किया है.