नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने India’s business Reforms कार्यक्रम में देश के बड़े कारोबारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार पिछले तीन सालों से कारोबार में अधिकाधिक सहूलियत देने के लिए काम कर रही है और इसी दिशा में बड़े फैसले ले रही है. उन्होंने जीएसटी के फैसले का इस दिशा में एक बड़ा कदम बताया. इसके साथ ही यह भी जोड़ा कि यदि इसमें खामियां हैं तो कारोबार जगत इसके बारे में सुझाए, ताकि इनको दूर किया जा सके क्योंकि यदि किसी काम में सभी का दिमाग लगता है तो काम उत्तम होता है.
पीएम मोदी ने कहा वर्ल्ड बैंक में कारोबार की सुविधा के लिहाज से भारत की रैंकिंग में 30 अंकों की उछाल का हवाला देते हुए कहा कि इस रैंकिंग पर सवाल उठाने के बजाय साथ में मिलकर काम करने की जरूरत है. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि उनका काम लोगों की जिंदगियों में बदलाव लाना है और सरकार पिछले तीन सालों से इसी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है.
विपक्ष को आड़े लेते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ लोगों को भारत की रैंकिंग 142 से 100 होने की बात समझ नहीं आती है, इनको फर्क नहीं पड़ता और इसमें कुछ लोग ऐसे हैं जो पहले वर्ल्ड बैंक में रह चुके हैं. वो आज भी भारत की रैंकिंग पर सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने सवालिया लहजे में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि Bankruptcy code जैसे सुधार आपके समय में होते तो ये सौभाग्य आपके हिस्से ना आता क्या? करना कुछ नहीं और जो कर रहा है, उससे सवाल पूछ रहे हैं. मैं ऐसा पीएम हूं जिसने वर्ल्ड बैंक की बिल्डिंग भी नहीं देखी है, जबकि पहले वर्ल्ड बैंक को चलाने वाले लोग यहां बैठा करते थे.