नए सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कार्यभार संभालने के बाद पड़ोसी देश पर निशाना साधते हुए कहा कि कई सीजफायर उल्लंघन किए हैं। हम जानते हैं कि विभिन्न लॉन्चपैड्स पर दूसरी तरफ आतंकवादी हैं लेकिन हम इन खतरे को लेकर पूरी तरह से तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा पड़ोसी देश हमारे खिलाफ छद्म युद्ध करने के एक तरीके के रूप में आतंकवाद को नीति के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। हालांकि, यह अधिक समय तक नहीं चल सकता है क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि आप सभी लोगों को, हर समय मूर्ख नहीं बना सकते।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने जाने पर नए सेना प्रमुख जनरल ने कहा कि उसके बाद जमीन पर काफी सुधार आया है। हिंसा की घटनाएं घटी हैं। यह जम्मू और कश्मीर के लोगों के लिए अच्छी बात है। यह क्षेत्र में शांति और समृद्धि लाने की दिशा में एक कदम आगे है।
Army Chief on China: Transgressions occurring due to differences in perception on where Line of Actual Control lies. Post Wuhan Summit, strategic directions were issued on how to maintain peace on the border. As its result, there has been a lot of improvement at the ground level. pic.twitter.com/oVtgCFtjga
— ANI (@ANI) December 31, 2019
गौरतलब है कि लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मंगलवार को सेना प्रमुख का कार्यभार ग्रहण किया है। जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने 28वें सेना प्रमुख के तौर पर पदभार संभाला है। इससे पहले सेना प्रमुख रहे जनरल रावत को भारत का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) नियुक्त किया गया है। लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे फिलहाल उप-सेनाप्रमुख की जिम्मेदारी निभा रहे थे।
सितंबर में उप सेना प्रमुख के तौर पर कार्यभार संभालने से पहले नरवणे सेना की पूर्वी कमान का नेतृत्व कर रहे थे जो चीन से लगने वाली करीब 4000 किलोमीटर लंबी भारतीय सीमा पर नजर रखती है। अपने 37 साल के कार्यकाल के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे विभिन्न कमानों में शांति, क्षेत्र और उग्रवाद रोधी बेहद सक्रिय माहौल में जम्मू कश्मीर व पूर्वोत्तर में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।