नई दिल्ली: रूस में भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों के बीच लद्दाख में तनाव को कम करने को लेकर बातचीत हुई, लेकिन लगता है कि चीन तनाव कम करने की बजाय युद्ध पर पूरी तरह से उतारू है। चीन की तरफ से बयान आया है कि भारत लद्दाख में सीमा गतिरोध के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है और चीन अपने क्षेत्र की एक इंच जमीन भी नहीं छोड़ेगा।
चीन सरकार की तरफ से जारी किए गए इस बयान में दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ाने के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके समकक्ष वेई फेंग्गी के बीच मॉस्को में एक उच्च-स्तरीय बैठक के बाद यह बयान आया है। 20 जून को दोनों देशों के जवानों के बीच हुई हिसंक झड़प के बाद सीमा रेखा को लेकर चीन और भारत के रक्षा मंत्री के बीच यह पहली बैठक थी।
बयान में कहा गया है कि चीन-भारत सीमा पर मौजूदा तनाव का कारण और सच्चाई स्पष्ट हैं और इसके लिए भारत पूरी तरह से जिम्मेदारी है। चीन अपने क्षेत्र की एक इंच जमीन भी नहीं खो सकता है। सशस्त्र सेना राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा करने में पूरी तरह से दृढ़, सक्षम और आश्वस्त हैं। चीन ने भारत को राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महत्वपूर्ण सहमति को ईमानदारी से लागू करने और बातचीत व परामर्श के माध्यम से इस मुद्दे को हल करने पर जोर देने का आह्वान किया।
बयान में कहा गया है, “दोनों पक्षों को चीन-भारत संबंधों को गहरा करने, क्षेत्रीय शांति, स्थिरता की समग्र स्थिति में सुधार लाने और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति की रक्षा करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।” चीनी रक्षा मंत्री के साथ सुरक्षा और रक्षा मुद्दों पर बैठक से पहले एक संकेतित संदेश में राजनाथ सिंह ने कहा कि शांति और सुरक्षा, गैर-आक्रामकता और अंतरराष्ट्रीय नियमों के प्रति सम्मान होना चाहिए।
इस सप्ताह भारतीय सेना ने लद्दाख के पैंगोंग त्सो झील क्षेत्र में “उकसाने वाले सैन्य आंदोलनों” को अंजाम देने वाले चीनी सैनिकों को रोक दिया है। सेना ने इन आंदोलनों को जून के बाद से सबसे गंभीर बताया। चीन ने यह प्रयास तब भी किया जब दोनों राष्ट्र कूटनीतिक और सैन्य वार्ता में लगे हुए हैं।
1962 के युद्ध के बाद से सीमा पर तनाव अब तक के उच्चतम स्तर पर है। चीन ने पूर्वी लद्दाख के दक्षिण पैंगोंग क्षेत्र में टैंकों और पैदल सेना के एक प्रमुख निर्माण का आदेश दिया है। भारत ने भी इस क्षेत्र में अपने टैंक निर्माणों को सुदृढ़ किया है और विवादित लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के साथ-साथ अतिरिक्त बलों को तैनात किया है।
I had a wonderful meeting with Uzbekistan’s Minister of Defence, Major General Kurbanov Bakhodir Nizamovich in Moscow today.
Defence Cooperation remains an important pillar of India- Uzbekistan bilateral relations. pic.twitter.com/efUCKiHbDL
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 5, 2020
पसंद आया तो—— कमेंट्स बॉक्स में अपने सुझाव व् कमेंट्स जुरूर करे और शेयर करें
आईडिया टीवी न्यूज़ :- से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो लाइक क