अनिल दुजाना का खौफ तब ज्यादा हो गया, जब उसने गैंगस्टर सुंदर भाटी पर एके-47 से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी. पश्चिमी यूपी में दो गैंगस्टर की गैंगवार बहुत चर्चा में रहती थी और वो दो नाम नरेश भाटी और सुंदर भाटी थे.
नई दिल्ली: यूपी एसटीएफ (STF) ने मेरठ में गुरुवार को गैंगस्टर अनिल दुजाना एनकाउंटर (UP Gangster Anil Dujana Encounter) में मार गिराया है. वह नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र के दुजाना गांव का रहने वाला था. दुजाना 3 साल से अयोध्या जेल में बंद था और एक हफ्ते पहले ही उसे जमानत मिली थी. इसके बाद से वह फरार चल रहा था. एसटीएफ के मुताबिक, दुजाना के खिलाफ 18 मर्डर समेत 62 से ज्यादा केस दर्ज थे. वह गिरोह बनाकर हत्या और लूट की वारदात करता था.
आइए जानते हैं अनिल दुजाना की पूरी क्राइम हिस्ट्री:-
साल 2002 में दर्ज हुआ पहला मामला
दुजाना गांव के कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना पर पहला मामला साल 2002 में गाजियाबाद के कवि नगर में दर्ज हुआ था. इस मामले में उस पर हरबीर पहलवान नाम के व्यक्ति की हत्या का आरोप था. अनिल दुजाना पर 18 केस हत्या के हैं और बाकी लूटपाट, रंगदारी, जमीन कब्ज़ा और आर्म्स एक्ट से जुड़े मामले हैं. इसके अलावा उस पर गैंगस्टर और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून भी लग चुका है.
गैंगस्टर सुंदर भाटी पर बरसाई थी गोलियां
अनिल दुजाना का खौफ तब ज्यादा हो गया, जब उसने गैंगस्टर सुंदर भाटी पर एके-47 से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी. पश्चिमी यूपी में दो गैंगस्टर की गैंगवार बहुत चर्चा में रहती थी और वो दो नाम नरेश भाटी और सुंदर भाटी थे. लेकिन साल 2004 में जिला पंचायत अध्यक्ष नरेश भाटी की हत्या सुंदर भाटी गुट ने कर दी गई. नरेश के भाई रणदीप और भांजे अमित कसाना ने हत्या का बदला लेने के लिए अनिल दुजाना का साथ लिया.
शादी समारोह में की सुंदर भाटी की हत्या
साल 2011 के नवंबर में सुंदर भाटी को मारने के लिए तीनों ने सुंदर भाटी के भांजे की शादी चुनी. मकसद सबके सामने मौत के घाट उतार कर दहशत फैलाना था. रणदीप, कसना और दुजाना ने गैंगस्टर सुंदर भाटी पर एके-47 से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई, लेकिन भाटी बच निकल और इस घटना में तीन लोग मारे गए.
जेल में रहते हुए गुर्गों ने मांगी रंगदारी
इस तिहरे हत्याकांड में अनिल दुजाना 2012 में पकड़ा गया और जेल भेज दिया गया. इसके बाद साल 2014 में सुंदर भाटी ने पलटवार करते हुए दुजाना के भाई को मार डाला. जेल में रहते हुए ही उसके गुर्गों ने 2019 में दिल्ली के एक कारोबारी से 50 लाख की रंगदारी मांगी थी और इसके बाद वह जनवरी 2021 में जमानत पर बाहर आ गया. इसके बाद इसी साल अक्टूबर में दुजाना ने एक और व्यापारी से 1 करोड़ की रंगदारी मांगी थी. वहीं, एक और हत्या के मामले में गवाह को धमकाया था. अनिल दुजाना इन सब मामलों के अलावा अन्य केस की पेशी में भी नहीं जाता था, जिस कारण उस पर अदालत ने गैर जमानती वॉरंट जारी किया था और यूपी पुलिस ने 75 हजार का इनाम भी रखा था.
2021 में अदालत परिसर में की थी शादी
अनिल दुजाना की शादी साल 2021 में पूजा नाम की लड़की से हुई, लेकिन ये किस्सा भी बड़ा रोचक है. अनिल दुजाना एक केस के सिलसिले में जिला अदालत में पेशी के लिए आया था. पेशी ख़त्म हुई तो उसने मंगनी के लिए बनवाए गए शपथ पत्र पर साइन कर अदालत परिसर में ही पूजा को अंगूठी पहना दी थी. इसके बाद बागपत की रहने वाली पूजा अपने परिजनों के साथ घर वापस चली गई थी.
दिसंबर 2021 में हुआ था गिरफ्तार
नोएडा में अनिल दुजाना के सिर पर था 50000 रुपये का इनाम रखा गया था. दिसंबर 2021 में उसे दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नोएडा से सटे मयूर विहार इलाके से गिरफ्तार किया था. बाद में वह फरार हो गया था. दुजाना के सिर पर नोएडा पुलिस के अलावा बुलंदशहर पुलिस ने 25000 रुपये का इनाम रखा था.
दुजाना के गांव के सुंदर भाटी ने इंदिरा गांधी को दी थी धमकी
अनिल दुजाना के दुजाना गांव से एक और कुख्यात गैंगस्टर का कनेक्शन है. कुख्यात सुंदर नागर उर्फ सुंदर डाकू का 70-80 के दशक में दिल्ली- NCR में खौफ था. उसने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक को जान से मारने की धमकी दे डाली थी.
यह सिर्फ पारंपरिक पकवान नहीं बल्कि राजस्थान के आतिथ्य भाव की मिठास भी है- pic.twitter.com/eKTkvhwvbX
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 3, 2023
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