अरुंधति राय ने कहा कि रोज-रोज प्रदर्शन और लाठी खाने का मतलब नहीं है। अभी चार साल तक इंतजार करना पड़ेगा। सवाल है कि लोगों ने इस सरकार को चार सालों का समय क्यों दिया?
अरुंधति राय ने लोगों से कहा कि वे एनपीआर के लिए आने वाले अधिकारियों को अपना सही नाम न बताएंलेखिका ने कहा-लोग अधिकारियों को अपना नाम ‘रंगा-बिल्ला और कुंग-फू कुत्ता’ बता देंभाजपा ने दी कड़ी प्रतिक्रिया, सुब्रमण्यम स्वामी बोले-लेखिका पर दर्ज हो देशद्रोह का केस
नई दिल्ली : लेखिका अरुंधति राय ने अपने बयान से एक नए विवाद को जन्म दिया है। राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) पर अरुंधति राय लोगों को उकसाती नजर आई हैं। अरुंधति राय ने लोगों से कहा है कि एनपीआर के डाटा के लिए अधिकारी जब आपके घर आएं तो उनके अपना सही नाम न बताएं बल्कि उन्हें अपना नाम ‘रंगा-बिल्ला और कुंग फू कुत्ता’ बता दें। इसी तरह से अधिकारियों को गलत मोबाइल नंबर भी दे दें। लोगों को अपने घर का पता 7 रेस कोर्स बताना चाहिए।’
राय ने आगे कहा, ‘रोज-रोज प्रदर्शन और लाठी खाने का मतलब नहीं है। अभी चार साल तक इंतजार करना पड़ेगा। सवाल है कि लोगों ने इस सरकार को चार सालों का समय क्यों दिया? इनके खिलाफ हम चार साल नहीं लड़ सकते तो क्या करेंगे हम। एक तो हमें इन्हें चार साल देना नहीं चाहिए।’ अरुंधति राय के इस बयान की आलोचना होने लगी है। भाजपा ने अरुंधति के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है।
अरुंधति राय पहले भी कई बार अपने बयानों के जरिए विवाद खड़ी कर चुकी हैं। अपनी किताब ‘द गॉड ऑफ स्मॉल थिंग्स’ के लिए 1997 का बुकर पुरस्कार जीतने वालीं अरुंधति जम्मू-कश्मीर पर विवादित बयान दे चुकी हैं।