राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया. सरकारी अधिसूचना के अनुसार राष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री की सलाह पर छह विधायकों को मंत्री भी नियुक्त किया है.
नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ छह अन्य विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे. जिनमें मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र गौतम मंत्री पद की शपथ लेंगे. अरविंद केजरीवाल 16 फरवरी को रामलीला मैदान में एक समारोह के दौरान मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
दिल्लिवासियों, आपका बेटा तीसरी बार दिल्ली के CM की शपथ लेने जा रहा है। अपने बेटे को आशीर्वाद देने ज़रूर आना है।
रविवार 16 फ़रवरी, सुबह 10 बजे, रामलीला मैदान। pic.twitter.com/98k4WHTOYB
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 13, 2020
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया है. अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वह शामिल होंगे या नहीं. आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय ने कहा कि प्रधानमंत्री को शुक्रवार को सुबह पत्र भेजा गया.
हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि प्रधानमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे या नहीं. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के अनुसार वह रविवार को 30 से अधिक परियोजनाओं के शुभारंभ के लिये अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी जाएंगे.
राष्ट्रपति ने केजरीवाल को नियुक्त किया CM
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया. सरकारी अधिसूचना के अनुसार राष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री की सलाह पर छह विधायकों मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और राजेंद्र गौतम को मंत्री भी नियुक्त किया है.
अधिसूचना में कहा गया है, ”राष्ट्रपति को श्री अरविंद केजरीवाल को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का मुख्यमंत्री नियुक्त करते हुए खुशी हो रही है. उनकी नियुक्ति शपथ ग्रहण के दिन से प्रभावी होगी.”
गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली के सभी सातों सांसदों और बीजेपी के आठ नव निर्वाचित विधायकों को भी शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है. एक अन्य आप नेता ने कहा कि सभी निगम पार्षदों को भी आमंत्रित किया गया है.
किसी CM या नेता को नहीं भेजा जाएगा न्योता
गोपाल राय ने गुरुवार को बताया था कि अन्य राज्यों का कोई भी मुख्यमंत्री या नेता समारोह का हिस्सा नहीं होगा क्योंकि यह ”विशिष्ट रूप से दिल्ली” का समारोह है. केजरीवाल ने अखबारों में विज्ञापनों के जरिए दिल्लीवासियों से अपने शपथ ग्रहण समारोह में आने का अनुरोध किया है जब वह लगातार तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बनेंगे.
केजरीवाल अपनी कैबिनेट के साथ रविवार को सुबह 10 बजे रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उसके लिए रामलीला मैदान में तैयारियां चल रही हैं. पुलिस ने इस कार्यक्रम के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किये हैं.
एक अधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए करीब 3000 सुरक्षाकर्मी तैनात किये जाएंगे. कार्यक्रम स्थल और उसके बाहर सीसीटीवी कैमरे भी लगाये जाएंगे. दिल्ली सरकार, उत्तरी दिल्ली नगर निगम (रामलीला मैदान उसके अधिकारक्षेत्र में है) और लोक निर्माण विभाग शपथ ग्रहण समारोह स्थल को तैयार करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं.
नौकरशाह से नेता बने 51 वर्षीय केजरीवाल के लिए अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले इंडिया एगेंस्ट करप्शन आंदोलन के दौरान आंदोलन स्थली रहे इस मैदान को सजाया जा रहा है और पार्टी कार्यकर्ता तैयारी में जुटे हुए हैं.
हजारों लोग शपथग्रहण समारोह में लेंगे हिस्सा
निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ”हमने हाल ही में हुए प्रधानमंत्री के एक कार्यक्रम के लिए मैदान समतल किया था. अन्य कार्य करने की जरूरत थी. हमने दिल्ली सरकार और उसके लोक निर्माण विभाग को अन्य जरूरी इंतजामों के लिए मैदान का प्रभार सौंप दिया है.”
उन्होंने कहा कि मैदान एवं उसके आसपास शौचालय प्रखंड का काम चल रहा है. सचल शौचालय जैसी अन्य सुविधाओं का का काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि आप नेता गोपाल राय तैयारियों का जायजा लेने के लिए शनिवार को रामलीला मैदान का दौरा करेंगे.
इस विशाल मैदान में सवा लाख लोगों के बैठने की क्षमता है. सूत्रों के अनुसार बैठने की व्यवस्था के साथ ही लोगों के खड़े रहने की भी व्यवस्था होगी. इस शपथग्रहण समारोह में हजारों लोगों के पहुंचने की संभावना है.