दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का डेनमार्क (Denmark) दौरा रद्द हो गया है.
नई दिल्ली. दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का डेनमार्क (Denmark) दौरा रद्द हो गया है. उन्हें मंगलवार को आठ सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल के साथ डेनमार्क जाना था. खबर है कि विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) की तरफ से हरी झंडी नहीं मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल को अपना दौरा रद्द करना पड़ा.
सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने अभी तक सीएम अरविंद केजरीवाल को कोपेनहेगन में बुधवार से शुरू होने वाली C40 क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस में शामिल होने का क्लीयरेंस नहीं दिया. इस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए सीएम को कल दोपहर दो बजे की फ्लाइट से 8 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल के साथ डेनमार्क के लिए रवाना होना था. केजरीवाल अब इस कॉन्फ्रेस में अब नहीं जा रहे हैं.
ये है सम्मेलन
11 अक्टूबर को यूरोपीय देश डेनमार्क (Denmark) की राजधानी कोपनहेगन (Copenhagen) में यह सम्मेलन होना है. केजरीवाल दुनिया के उन 20 नेताओं में शामिल थे, जो इस बात का प्रण लेते हैं कि लघु और दीर्घकालिक प्रतिबद्धताओं से अपने शहर को कैसे प्रदूषण मुक्त किया जाएगा. केजरीवाल दुनिया के बड़े शहरों जैसे पेरिस, लॉस एंजिल्स, कोपनहेगन, पोर्टलैंड, जकार्ता और बार्सिलोना के मेयरों के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में भी हिस्सा लेने वाले थे.
केजरीवाल सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके और अब बीजेपी नेता कपिल मिश्रा नेे न्यूज़ 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहा था, ‘देखिए जहां पर नगर निगम के मेयर को जाना चाहिए वहां हमारे सीएम केजरीवाल खुद जा रहे हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण उनका ड्रामा शुरू हो गया है. यह सिर्फ और सिर्फ दिल्ली की जनता को बरगला रहे हैं. दिल्ली को लेकर वो कोपेनहेगन जाने की बात बाद में बताएं, पहले दिल्ली की जनता को बताएं कि उन्होंने प्रदूषण कम करने के लिए क्या किया है? मुझे यह डर है कि वो देश में अपनी भद्द पिटवा ही रहे हैं, विदेश जाकर भी कहीं भारत की भद्द न पिटवा दें. जिस औद्योगिक प्रदूषण को कम करने का वो दावा कर रहे हैं, उसका श्रेय शीला दीक्षित को जाता है. ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे बना है. उसका क्रेडिट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है. केजरीवाल सिर्फ दिल्ली की जनता के पैसों को बर्बाद करने विदेश जा रहे हैं.’