किराएदार अपने घर का किराय क्रेडिट कार्ड के जरिए चुका रहे हैं और एमाउंट को सेटल करने के लिए एडीशनल क्रेडिट पीरियड का विकल्प अपना रहे हैं. हालांकि किराया चुकाने का ये तरीका आपकी वित्तीय स्थिति को बिगाड़ सकता है.
नई दिल्ली. इन दिनों बहुत से किराएदार अपने घर का किराय क्रेडिट कार्ड के जरिए चुका रहे हैं और एमाउंट को सेटल करने के लिए एडीशनल क्रेडिट पीरियड का विकल्प अपना रहे हैं. हालांकि किराया चुकाने का ये तरीका आपकी वित्तीय स्थिति को बिगाड़ सकता है.
कार्ड पेमेंट का विकल्प देने वाले पोर्टल
हाल ही में housing.com ने Pay Rent नाम का प्लेटफार्म लॉन्च किया है जो किराएदारों को क्रेडिट कार्ड के जरिए किराय चुकाने का विकल्प देता है. इसमें किराए की राशि सीधे मकान मालिक के एकाउंट में ट्रांसफर हो जाती है. इसी तरह एक दूसरे क्रेडिट कार्ड पेमेंट ऐप CRED पर नए फीचर दिए गए हैं. CRED RentPay पर आप क्रेडिट कार्ड के जरिए किराए का भुगतान कर सकते हैं. इसके आलावा NoBroker.in और RentPay जैसे दूसरे पोर्टल भी इसी तरह की सुविधा दे रहे हैं.
इन पोर्टल पर आपको कोई रजिस्ट्रेशन फीस नहीं देनी होती है लेकिन जब आप इनके जरिए क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हुए किराए का भुगतान करते हैं तो आपको कुछ अतिरिक्त भुगतान करना होता है. रजिस्टर करते समय आपको लैंडलॉर्ड के बैंक एकाउंट, पैन नंबर आदि का विवरण देना होता है. इसके अलावा किराए की राशि 50000 रुपये महीने से ज्यादा होने पर आपको रेंटल एग्रीमेंट भी सब्मिट करना होता है. NoBroker.in 20,000 रुपये किराए के भुगतान के लिए 400 रुपये के साथ ही 78 रुपये जीएसटी लेता है. इन websites पर ऑटो पे की सुविधा नहीं मिलती. आपको हर महीनें ट्रांजेक्शन करना होता है.
हो सकते हैं आर्थिक तंगी के हालात
इस विकल्प में आप आर्थिक तंगी के हालात में आपात कालीन स्थिति के लिए कुछ पैसे बचा के रख सकते हैं. इसके आलावा आपको क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने पर रिवॉर्ड प्वाइंट भी मिलता है. इन पोर्टल्स पर क्रेडिट कार्ड के जरिए किराया भरने पर आपके रजिस्टर्ड मेल आईडी पर रेंट रशीद मिल जाती है जो टैक्स बेनिफिट के लिए क्लेम करने के काम आ सकती है. वित्त वर्ष के अंत में आपको रेंट रशीद के लिए लैंड लार्ड के पास जाने की जरूरत नहीं होती. लेकिन कुछ बातें हैं जिनका हमेशा ख्याल रखें.
क्रेडिट सुधार के चीफ एंगेंजमेंट ऑफीसर अमन कपूर का कहना है कि क्रडिट कार्ड से लिया गया लोन बहुत मंहगा पड़ता है. अगर किसी कारण से आप क्रडिट कार्ड बिल नहीं चुका पाते तो आपको बकाया राशि पर 3-4 फीसदी महीने के दर से ब्याज देना पड़ता हो जो सालाना आधार पर 36-48 फीसदी तक जाता है. क्रेडिट कार्ड बिल का मिनिमम एमाउंट भी न भर पाने की स्थिति में 1000 रुपये की late payment fee अलग से देनी पड़ती है, इसकी दर बैंक से बैंक अलग भी हो सकती है. इसके अलावा क्रेडिट कार्ड बिल न चुका पाने की स्थिति में आपका क्रेडिट स्कोर अलग से खराब हो सकता है.
तो इस बात को ध्यान में रखें कि क्रेडिट कार्ड का बगैर सोचे-समझे ज्यादा यूज आपको किसी वित्तीय संकट में डाल सकता है. क्रेडिट कार्ड से किराया चुकाने की स्थिति में आपको ज्यादा से ज्यादा 45 दिन का शुकून मिल सकता है. अगर आप पैसे की तंगी के दौर से गुजर रहे हैं तो अपने मकान मालिक से मिल कर अपनी स्थिति के बारे में बताएं और उनसे किराया चुकाने के लिए 2-3 महीने की मोहलत मांगे. अगर ये संभव न हो तो अपने किसी निवेश को भुनाएं या फिर घर,परिवार या किसी रिश्तेदार से उधार लेकर किराया चुकाएं.
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