महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर खींचतान के बीच आज देर रात नागपुर में महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ मुलाकात की।
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर खींचतान के बीच आज देर रात नागपुर में महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ मुलाकात की। घंटे भर से ज्यादा चली इस मुलाकात के बाद देवेंद्र फडणवीस मुंबई के लिए रवाना हो गए। फडणवीस रात 9. 30 बजे नागपुर स्थित संघ मुख्यालय पहुंचे और डेढ़ घंटे बाद वह वहां से रवाना हो गए। ये कयास लगाए जा रहे हैं कि यह मुलाकात 21 अक्टूबर के विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में पैदा हुए राजनीतिक गतिरोध पर विचार विमर्श करने के लिये थी। इससे पहले, दिन में राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं वित्त मंत्री सुधीर मुनगंतिवार ने कहा कि सरकार गठन को ले कर कोई शुभ समाचार किसी भी वक्त आ सकता है।
इससे पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने हालांकि कहा कि अगर भाजपा महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद ढाई-ढाई साल के लिये साझा करने के बारे में सोच रही है तो यह समझदारी वाली बात है। राउत ने कहा, ‘‘हम भाजपा से (मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर) लिखित आश्वासन चाहते हैं क्योंकि हमारा पहले दिन से यही रुख रहा है।’’ गत 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनावों के परिणामों की घोषणा 24 अक्टूबर को की गई थी और तब से सरकार गठन को लेकर अभी तक संशय की स्थिति बनी हुई है।
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस द्वारा यहां अपने सरकारी आवास पर बुलाई भाजपा नेताओं की एक बैठक में शामिल होने के बाद महाराष्ट्र के वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता मुनगंतीवार ने पत्रकारों से कहा, ‘‘किसी भी समय सरकार गठन को लेकर एक अच्छी खबर आ सकती है।’’ बैठक में भाग लेने वाले भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि वे अब शिवसेना की ओर से प्रस्ताव का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने महाराष्ट्र में पार्टी के विधायक दल के नेता के रूप में फडणवीस को पूरा समर्थन दिया है।’’ पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों ने अगली सरकार के गठन के लिए भाजपा-शिवसेना ‘महायुति’ (महागठबंधन) को जनादेश दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘शिवसेना ने अभी तक हमें कोई प्रस्ताव नहीं दिया है। भाजपा के दरवाजे उनके लिए 24×7 खुले हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें कोई संदेह नहीं है कि फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार जल्द ही बनेगी।’’ भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद के मुद्दे को लेकर खींचतान चल रही है। राज्य विधानसभा की 288 सीटों में से भाजपा-शिवसेना गठबंधन को 161 सीटें मिली हैं। भाजपा ने 105 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि शिवसेना ने 56, राकांपा ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर विजय हासिल की है।
राउत ने दोहराया कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से होगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति बदल रही है और उनकी पार्टी न्याय की लड़ाई में जीतेगी। राउत ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र पर निर्णय महाराष्ट्र में लिया जायेगा और मुख्यमंत्री शिवसेना से होगा।’’