विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक साल 2016 से मलेशिया में है. भारत में उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग, विवादित बयान देने संबंधी मामले चल रहे हैं. भारत सरकार लगातार जाकिर नाइक को भारत प्रत्यर्पित करने की कोशिश कर रही है.
नई दिल्ली: विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को लेकर मलेशिया के प्रधानमंत्री मताहिर मोहम्मद ने कहा है कि उसे (जाकिर) कोई देश नहीं रखना चाहता है. प्रधानमंत्री ने जाकिर नाइक के भाषण पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर कहा कि किसी भी स्थायी निवासी को देश की राजनीति और सिस्टम पर कमेंट करने का अधिकार नहीं है.
मलेशियन मीडिया के अनुसार, प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से जब पूछा गया कि क्या जाकिर नाइक को भारत वापस भेजने का कोई प्रस्ताव है तो उन्होंने कहा, ”बहुत से देश उसे नहीं चाहते हैं. मैं प्रधानमंत्री मोदी से मिला, उन्होंने मुझसे उसके (जाकिर नाइक) बारे में चर्चा नहीं की. यह शख्स भारत के लिए भी मुसीबत है.”
मताहिर मोहम्मद ने कहा, ”जाकिर नाइक इस देश का नागरिक नहीं है, उन्हें पिछली सरकार द्वारा स्थायी निवासी का दर्जा दिया गया था. स्थायी निवासी का मतलब यह नहीं है कि वह देश के सिस्टम या राजनीति पर टिप्पणी करे. उसने इसका उल्लंघन किया है, अब उसे बोलने की अनुमति नहीं है.”
साल 2016 से भारत से फरार जाकिर नाइक ने कुछ समय पहले हिंदुओं और चीनियों के खिलाफ नस्ली टिप्पणी की थी. जिसके बाद मलेशिया सरकार ने उसके भाषण देने पर रोक लगा दी. भारत से भागने के बाद जाकिर नाइक ने मलेशिया में शरण ली. भारत सरकार उसे प्रत्यर्पित करने की कोशिश में जुटी है. उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और भड़काऊ भाषण देने संबंधी गंभीर मामले दर्ज हैं.