नई दिल्ली. पतंजलि के प्रमोटर योगगुरु रामदेव ने उम्मीद जताई है कि अगले वित्त वर्ष में कंपनी का टर्नओवर 35 हजार से 40 हजार करोड़ रुपए हो जाएगा। अगले 5 साल में यह 50 हजार करोड़ से 1 लाख करोड़ रुपए तक होगा और पतंजलि हिंदुस्तान यूनीलीवर को पीछे छोड़ एफएमसीजी सेक्टर में देश की सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी।
पतंजलि ने रुचि सोया को 4350 करोड़ रुपए में खरीदा है
रामदेव के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में पतंजलि का टर्नओवर 25,000 करोड़ रुपए रहने की उम्मीद है। इसमें पतंजलि ग्रुप की पहले से चल रही कंपनियों का योगदान 12 हजार करोड़ रुपए और रुचि सोया का 13,000 करोड़ रुपए रह सकता है। पतंजलि ने दिवालिया प्रक्रिया के तहत 4,350 करोड़ रुपए में रुचि सोया को खरीदा है।
रुचि सोया को खरीदने की दौड़ में अदाणी ग्रुप भी शामिल था
रुचि सोया के अधिग्रहण से पतंजलि को ग्रोथ में तीन गुना इजाफे की उम्मीद है। इस अधिग्रहण से पतंजलि खाद्य तेल की श्रेणी में भी प्रमुख कंपनी बन गई। वह सोयाबीन, सनफ्लॉवर और पाम ऑयल के घरेलू उत्पादन में भी अग्रणी हो गई है। रुचि सोया को खरीदने की दौड़ में अदाणी ग्रुप भी शामिल था। दूसरी ओर हिंदुस्तान यूनीलीवर (एचयूएल) का रेवेन्यू पिछले वित्त वर्ष में 38,224 करोड़ रुपए रहा था। जीएसके के कंज्यूमर हेल्थकेयर बिजनेस को खरीदने से एचयूएल के रेवेन्यू में भी इजाफा होने की उम्मीद है।
एफएमसीजी सेक्टर में सुस्ती का असर सिर्फ लग्जरी उत्पाद बेचने वाली कंपनियों पर: रामदेव
रामदेव ने बताया कि रुचि सोया के न्यूट्रेला ब्रांड के तहत तीन नए प्रोडक्ट- ऑयल न्यूट्रेला गोल्ड, न्यूट्रेला हनी और न्यूट्रेला प्रोटीन आटा लॉन्च करने की योजना है। सेहत के प्रति जागरुक, दिल की बीमारियों और हाई बीपी जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोगों को ध्यान में रखकर ये उत्पाद लाए जाएंगे। एफएमसीजी सेक्टर में सुस्ती के बारे में रामदेव ने कहा कि यह अस्थाई दौर था। इससे लग्जरी प्रोडक्ट बेचने वाली कंपनियां ज्यादा प्रभावित हुईं, रोजाना जरूरत की वस्तुएं बेचने वाली कंपनियों पर असर नहीं पड़ा।