नई दिल्ली: आयुर्वेद दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। पीएम मोदी ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन पारंपरिक दवाओं पर शोध को मजबूत करने के लिए भारत में पारंपरिक चिकित्सा पर डब्ल्यूएचओ (WHO) ग्लोबल सेंटर की स्थापना करने जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गुजरात और राजस्थान में दो आयुर्वेद संस्थानों का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में आयुर्वेद की परंपरा ने देश को फायदा पहुंचाया है। कोरोना काल में हल्दी समेत अन्य चीजों ने इम्यूनिटी बूस्टर का काम किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में आज दुनिया आयुर्वेद को लेकर कुछ नया जानना चाहती है और इस बारे में रिसर्च कर रही है। पीएम ने कहा कि देश में वैक्सीन पर ट्रायल चल रहा है, साथ ही दुनिया के 100 से अधिक स्थानों पर आयुर्वेद की औषधि को लेकर रिसर्च चल रही है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ये हमेशा से स्थापित सत्य रहा है कि भारत के पास आरोग्य से जुड़ी कितनी बड़ी विरासत है। इस पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक आवश्यकताओं के अनुसार विकसित किया जाना जरूरी है।
गुजरात के जामनगर में आयुर्वेद शिक्षण और अनुसंधान संस्थान को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा दिया गया है। जयपुर में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान को मानद विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया है। 2016 से ही देश में धनवंतरी जयंती को आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
आज एक तरफ भारत जहां वैक्सीन की टेस्टिंग कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ कोविड से लड़ने के लिए आयुर्वेदिक रिसर्च पर भी इंटरनेशनल कोलेबोरेशन को तेज़ी से बढ़ा रहा है। इस समय 100 से ज्यादा स्थानों पर रिसर्च चल रही है: प्रधानमंत्री #COVID19 pic.twitter.com/Q7o3SUizEB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 13, 2020
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