नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) गुरुवार देर रात फ्रांस (France) दौरे से स्वदेश लौट आए. वह राफेल (Rafale) विमान को लेने के लिए फ्रांस गए थे. देश लौटते ही रक्षा मंत्री ने राफेल की पूजा किए जाने पर छिड़े विवाद को लेकर जवाब दिया.
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘जो मुझे सही लगा मैंने वही किया. यह हमारी आस्था है कि कोई सुपर पावर है और मैं इस पर बचपन से भरोसा करता रहा हूं. मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी में भी इस मामले पर राय बंटी हुई होगी. जरूरी नहीं है कि हर किसी की यही राय हो.’
Rajnath Singh on Shastra Puja in France: I did what I thought was appropriate. This is our faith, that there is a super power&I have believed it since childhood. I feel there must have been division over the issue in Congress too,it must not have been everybody's opinion. #Rafale https://t.co/VBpgsawKaA pic.twitter.com/Ot8hQfty5w
— ANI (@ANI) October 10, 2019
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा की गई राफेल की पूजा को तमाशा बताया था. उन्होंने कहा था कि जब कांग्रेस पार्टी ने बोफोर्स तोप खरीदी थी तब कोई उसे इस तरह दिखावा कर लेने नहीं गया था.
राफेल पूजा के समर्थन में आए निरूपम, बोले- शस्त्र पूजा तमाशा नहीं, नास्तिक हैं खड़गे
राफेल विमान की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा की गई पूजा को लेकर कांग्रेस में ही मतभेद उभर आए हैं. पहले मल्लिकार्जुन खड़गे ने शस्त्र पूजा को तमाशा बताया तो संजय निरूपम उन पर भड़क पड़े. संजय निरूपम ने कहा है कि शस्त्र पूजा को तमाशा नहीं कहा जा सकता. हमारे देश में शस्त्र पूजा की पुरानी संस्कृति है. समस्या है ये है कि खड़गे जी नास्तिक हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी में हर कोई नास्तिक नहीं है.