आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल 16 फरवरी को रामलीला मैदान में एक समारोह के दौरान मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
शपथग्रहण समारोह में हजारों लोगों के पहुंचने की संभावना है.
सरकार के शपथ ग्रहण में टीचर्स आये ये अच्छी बात हैं
लेकिन सरकारी आर्डर निकालकर जबरदस्ती टीचर्स को लाया जाए
टीचर्स की हाजिरी रामलीला मैदान में लगाई जाए
ये एक गलत परंपरा की शुरुआत हैं
शपथ ग्रहण को ऐसे "अनावश्यक ग्रहणों" से मुक्त रखना चाहिए
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) February 15, 2020
नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूल के शिक्षकों को रविवार को नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का आदेश देने के लिए आम आदमी पार्टी विपक्षियों के निशाने पर आ गई है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों की तरफ से सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक सर्कुलर के अनुसार, शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूल शिक्षकों, प्रिंसिपल, वाइस-प्रिंसिपल, हैप्पीनेस कोऑर्डिनेटर्स और संरक्षक शिक्षकों को शपथ ग्रहण समारोह के लिए एक परिपत्र जारी किया है.
अब इसे लेकर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने आम आदमी पर पर सवाल उठाए हैं. कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया, ”सरकार के शपथ ग्रहण में टीचर्स आयें ये अच्छी बात है. लेकिन सरकारी आर्डर निकालकर जबरदस्ती टीचर्स को लाया जाए, टीचर्स की हाजिरी रामलीला मैदान में लगाई जाए, ये एक गलत परंपरा की शुरुआत है. शपथ ग्रहण को ऐसे “अनावश्यक ग्रहणों” से मुक्त रखना चाहिए.’
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल 16 फरवरी को रामलीला मैदान में एक समारोह के दौरान मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. केजरीवाल अपनी कैबिनेट के साथ रविवार को सुबह 10 बजे रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उसके लिए रामलीला मैदान में तैयारियां चल रही हैं. पुलिस ने इस कार्यक्रम के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किये हैं.