जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को 70 साल तक भेदभाव का सामना करना पड़ा है। इसका दुष्परिणाम, हिंसा और अलगाव के रूप में, अधूरी आशाओं और आकांक्षाओं के रूप में पूरे देश ने भुगता है।
नई दिल्ली: अपने जन्मदिन पर गृह राज्य गुजरात पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नर्मदा जिले के केवडिया में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के दौरान जो काम अधूरे रह गए थे, उनको पूरा करने का प्रयास आज देश कर रहा है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को 70 साल तक भेदभाव का सामना करना पड़ा है। इसका दुष्परिणाम, हिंसा और अलगाव के रूप में, अधूरी आशाओं और आकांक्षाओं के रूप में पूरे देश ने भुगता है।
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “भाजपा सरकार द्वारा कश्मीर पर लिया गया निर्णय सरदार पटेल द्वारा प्रेरित है और ये दशकों पुरानी समस्या का समाधान पाने की एक कोशिश है। आज हैदराबाद मुक्ति दिवस भी है। हैदराबाद मुक्ति दिवस सरदार पटेल की दूरदृष्टि का परिणाम है।“
उन्होंने कहा कि कल्पना कीजिए, अगर सरदार पटेल की वो दूरदर्शिता तब ना रहती तो आज भारत का नक्शा कैसा होता और भारत की समस्याएं कितनी अधिक होतीं। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को 70 साल तक भेदभाव का सामना करना पड़ा है। इसका दुष्परिणाम, हिंसा और अलगाव के रूप में, अधूरी आशाओं और आकांक्षाओं के रूप में पूरे देश ने भुगता है।
इससे पहले पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन की शुरुआत स्टेच्यू ऑफ यूनिटी तथा नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध का अवलोकन करने के साथ की। वह 69 वर्ष के हो गए हैं। दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा कहे जाने वाले ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण पिछले वर्ष 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही किया था।
नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध के उच्चतम स्तर 138.68 मीटर तक पानी भर जाने के अवसर पर गुजरात सरकार ‘नमामी नर्मदा’ समारोह का आयोजन कर रही है। इसी में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री मंगलवार सुबह केवडिया पहुंचे।