न्यूजीलैंड ने भले ही 3 मैचों की वनडे सीरीज में भारत को क्लीन स्वीप किया हो। लेकिन टीम इंडिया इसे लेकर चिंतित नहीं है। उसका पूरा फोकस आगामी टेस्ट सीरीज पर है। कोच रवि शास्त्री ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा कि फिलहाल वनडे क्रिकेट का हमारे लिए कोई मतलब नहीं है। इस वक्त हमारा पूरा ध्यान टी-20 और टेस्ट पर है। हमने अभी न्यूजीलैंड को टी-20 सीरीज में 5-0 से हराया। अब ध्यान दो मैचों की टेस्ट सीरीज पर है।
शास्त्री ने आगे कहा, ‘‘हमें लॉर्ड्स में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की रेस में बने रहने के लिए 100 अंकों की जरूरत है। हमें एक साल के भीतर 6 टेस्ट विदेशों में खेलने हैं। इसमें दो न्यूजीलैंड और 4 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैं। अगर हम दो मैच भी जीत लेते हैं तो हम अच्छी स्थिति में रहेंगे। हमारा लक्ष्य है कि हम नंबर-1 टीम की तरह यहां खेलें, क्योंकि हमारी टीम किसी और चीज से ज्यादा इसमें विश्वास करती है। फिलहाल टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में 360 अंकों के साथ पहले स्थान पर है। उसने अब तक खेले सभी 7 टेस्ट जीते हैं।’’
शुभमन और पृथ्वी नई गेंद का सामना करना पसंद करते हैं : शास्त्री
टीम में युवा खिलाड़ियों के आने से कोच शास्त्री उत्साहित हैं। उन्होंने शुभमन गिल और पृथ्वी शॉ के टेस्ट में ओपनिंग से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा कि दोनों प्रतिभाशाली हैं। यह अहम नहीं कि वेलिंग्टन टेस्ट में इन दोनों में से कौन प्लेइंग-11 का हिस्सा बनता है। खास बात यह है कि अभी यह दोनों भारतीय टीम का हिस्सा हैं।उन्होंने शुभमन की तारीफ में कहा, ‘‘उनमें असाधारण प्रतिभा है। वह जब बल्लेबाजी करते हैं तो उनका सकारात्मक नजरिया साफ झलकता है। 20-21 साल के लड़के में यह देखकर अलग ही खुशी महसूस होती है।’’
शास्त्री ने कहा- टीम में प्रतिस्पर्धा जरूरी
शॉ और शुभमन के ओपनिंग करने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सभी एक ही स्कूल के छात्र है, जो नई गेंद खेलना का सामना करना पसंद करते हैं, वे चुनौतियों का मजा उठाते हैं। दुर्भाग्य से रोहित चोटिल हैं, इस वजह से मयंक अग्रवाल के दूसरे जोड़ीदार के रूप में शुभमन और पृथ्वी में किसी एक को मौका मिल सकता है। टीम में ऐसी प्रतिस्पर्धा जरूरी है और इसी आधार 15 खिलाड़ियों की टीम तैयार होती है, जो हमेशा मजबूत दिखती है।