जांच एजेंसियों को अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखने के मामले में जिस इनोवा कार की तलाश थी उसका सीसीटीवी फुटेज सीपी ऑफिस से बाहर आते हुए NIA के हाथ लगा, और इसके बाद NIA को सचिन वाजे पर शक बढ़ गया
मुंबई। एंटीलिया विस्फोटक केस में बहत बड़ा खुलासा हुआ है, अंबानी हाउस के बाहर विस्फोटक वाली स्कॉर्पियो के पीछे दिखा इनोवा कार का राज खुल गया है, यह वही इनोवा कार है जिसका इस्तेमाल सचिन वाजे करता था। सूत्रों के अनुसार NIA को कमिश्नर ऑफिस से बाहर आती इनोवा का CCTV मिला है, यही इनोवा थाने के अंदर गई, जब सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तो यही इनोवा नम्बर प्लेट बदलकर वापस मुम्बई आती दिखी। सूत्रों के अनुसार NIA ने जब इनोवा का सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो वाजे से अपना रोल नकारा, लेकिन बाद में विस्फोटक अम्बानी के घर रखने के मामले में अपना रोल मान लिया। हालांकि सचिन वाजे के वकील उनके ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार कर रहे हैं।
जांच एजेंसियों को अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक रखने के मामले में जिस इनोवा कार की तलाश थी उसका सीसीटीवी फुटेज सीपी ऑफिस से बाहर आते हुए NIA के हाथ लगा, और इसके बाद NIA को सचिन वाजे पर शक बढ़ गया। सूत्रों के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज को जब खंगाला गया तो वही इनोवा कार नंबर बदलकर वापस मुंबई आती हुई दिखी थी। सूत्रों के अनुसार इनोवा का सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सचिन वाजे से पूछताछ की गई तो उनके पास उसका जवाब नहीं मिला। वाजे की गिरफ्तारी से पहले NIA ने इनोवा कार को ट्रेस कर लिया था लेकिन कार को कब्जे में लेने से पहले वाजे से पूछताछ की गई थी और 13 घंटे तक पूछताछ के दौरान वे पहले सब नकारते रहे लेकिन बाद में उन्होंने विस्फोटक को अंबानी के घर बाहर रखे जाने के मामले में अपना रोल मान लिया और बताया कि इनोवा कार का इस्तेमाल उस केस में हुआ है।
सचिव वाजे को लेकर जांच एजेंसियों को एक और अहम बात पता चली है। सूत्रों के अनुसार सचिन वजे जिस साकेत नाम की इमारत में रहते है उस इमारत का सीसीटीवी फुटेज 2 मॉर्च को कथित तौर पर गए पुलिस कर्मियों ने कब्जे में ले लिया था और वहां से चले गए थे। इस मामले से जुड़े एक व्यक्ति हंसमुख हिरेन की 5 मार्च को डेड बॉडी मिली थी। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या खुद वाजे ने ही अपनी बिल्डिंग का सीसीटीवी फुटेज गायब करवाया था?
गौरतलब है कि एक मॉर्च को ही जॉइंट सीपी के साथ मीटिंग के बाद वजे के हाथ से केस ले लिया गया था जिसकी जानकारी 2 मॉर्च की ही सुबह आई थी। और फिर 2 मार्च को ही वजे ने अपने परिचित वकील कद जरिये मनंसुख के लिए लेटर लिखवाया था। और 3 मार्च को अपने वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ उसे सीयम गृहमंत्री और सीपी को डिस्पैच कराया थ। अब वजे से इन सवालों को लेकर भी NIA पूछताछ कर रही है।
There appears to be a continuation of attitudes and prejudices from the colonial areas, especially in the UK. The recent case of Rashmi Samant, a student from Karnataka is a classic case in point: Ashwini Vaishnaw, BJP MP in Rajya Sabha pic.twitter.com/rujXRuJKlG
— ANI (@ANI) March 15, 2021
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