एक रिपोर्ट के मुताबिक इन क्षेत्रों में जुलाई अंत में कुल 1.09 लाख मकान बिके नहीं थे और इनमें से 54 प्रतिशत फ्लैट ऐसे थे जिनका दाम 45 लाख रुपये और इससे कम है.
नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा (Noida), ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) और गुरुग्राम (Gurugram) में बिना बिके मकानों (Unsold Houses) में आधे से ज्यादा ऐसे हैं जो कि सस्ते मकानों की श्रेणी (Affordable Category) में आते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक इन क्षेत्रों में जुलाई अंत में कुल 1.09 लाख मकान बिके नहीं थे और इनमें से 54 प्रतिशत फ्लैट ऐसे थे जिनका दाम 45 लाख रुपये और इससे कम है.
रियल्टी कारोबार पर नजर रखने वाली ब्रोकरेज फर्म प्रॉप टाइगर की रिपोर्ट में कहा गया है कि सस्ते मकानों की श्रेणी वाले इन मकानों की बिक्री में तेजी आने की उम्मीद है. होम लोन पर ब्याज दर कम होने और 45 लाख रुपये तक के मकानों के होम लोन के ब्याज भुगतान पर 1.5 लाख रुपये की अतिरिक्त टैक्स कटौती का लाभ उपलब्ध कराये जाने से सस्ती श्रेणी के मकानों के लिये मांग बढ़ने की उम्मीद है.
1.08 लाख अनसोल्ड फ्लैट
प्रॉप टाइगर ने एक रिपोर्ट में कहा, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के प्रमुख बाजारों में रियल एस्टेट डेवलपर के पास जुलाई 2019 अंत तक कुल 1,08,937 बिना बिके फ्लैट थे. इनमें से 58,516 फ्लैट के दाम 45 लाख रुपये अथवा इससे कम थे. रिपोर्ट के अनुसार गुरुग्राम क्षेत्र की अगर बात की जाए तो इसमें भिवाड़ी, रेवाड़ी, नीमराणा और धारुहेड़ा क्षेत्र भी शामिल है.
बिल्डरों के दिवाला प्रक्रिया में जाने का असर
हाउसिंग डॉट कॉम, प्रॉप टाइगर डॉट कॉम और मकान डॉट कॉम की मालिक कंपनी एलारा टेक्नालाजीज के समूह मुख्य परिचालन अधिकारी मणि रंगराजन ने कहा, बिल्डरों के दिवाला प्रक्रिया में जाने के बढ़ते मामलों से नोएडा संपत्ति बाजार सहित समूचे NCR क्षेत्र में बाजार धारणा बुरी तरह प्रभावित हुई है. बिक्री कम होने से इन भूसंपत्ति बाजारों में बिल्डरों के पास काफी मात्रा में बिना बिके तैयार फ्लैटों का स्टॉक जमा हो गया.
फ्लैट बेचने में लग सकते हैं 3 साल से ज्यादा
रिपोर्ट में कहा गया है कि बिक्री की मौजूदा जो रफ्तार है उसके मुताबिक बिल्डरों के पास नोएडा, ग्रेटर नोएडा में जो तैयार मकान हैं उन्हें बेचने में 3 से साढ़े तीन साल का समय लग सकता है. वहीं गुरुग्राम में बिना बिके मकानों को बेचने में 28 माह तक का समय लग सकता है.
फ्लैट खरीदने का बढ़िया समय
रंगराजन ने कहा, जुलाई अंत की यह स्थिति एक तरह से चिंता को बढ़ाने वाली है लेकिन अगर दूसरी तरह से देखा जाए तो यह खरीदारों के लिये मकान खरीदने का बेहतर अवसर भी है. ग्राहकों को बिल्कुल तैयार मकान मिल रहे हैं. होम लोन पर ब्याज की दर नीचे है, इसके साथ ही 45 लाख तक की कीमत वाले सस्ते मकानों के ब्याज भुगतान पर 3.5 लाख रुपये तक की टैक्स कटौती का लाभ उपलब्ध है.
उन्होंने कहा कि सस्ते मकानों के लिये जीएसटी दर को भी 1 प्रतिशत किया गया है. इसका लाभ भी खरीदार उठा सकते हैं. इन संपत्ति बाजारों में कीमतों में भी हाल के दिनों में कुछ सुधार आया है. गुरुग्राम में पिछले तीन साल के दौरान दाम 10 प्रतिशत कम हुये हैं जबकि नोएडा में दाम 2.5 प्रतिशत तक घटे हैं.