तिरूवनंतपुरम, कन्याकुमारी, कवरत्ती : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लक्षद्वीप, तमिलनाडु और केरल के ओखी तूफान प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके पीड़ितों के पुनर्वास और लापता लोगों को खोजने में केन्द्र से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. मोदी ने कहा कि केरल और तमिलनाडु में लापता मछुआरों की तलाश जारी रहेगी. उन्होंने आशा जताई कि सभी लापता क्रिसमस से पहले अपने अपने घर लौट आएंगे.
मोदी ने तिरूवनंतपुरम के पास स्थित मछुआरों की बस्ती पूनथुरा में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं यहां आपको आश्वासन देने आया हूं कि भारत ओखी तूफान से प्रभावितों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. हम बचाव एवं राहत अभियान में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कुछ लोग विदेशों में फंसे हैं. विदेश मंत्रालय और विभिन्न दूतावास उन्हें वापस लाने के काम में जुटे हैं. कुछ लोग भारत के पश्चिमी तट के हिस्सों में भी फंसे हैं. हमने उनमें से कई को बचाया है.’’
मोदी ने तूफान प्रभावित तटीय राज्यों के एकदिवसीय दौरे पर तमिलनाडु और केरल के मुख्यमंत्रियों और केन्द्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप के प्रशासन के साथ उच्चस्तरीय बैठकें कीं और ओखी तू्फान के बाद की स्थिति की समीक्षा की. बैठकों में, तमिलनाडु और केरल ने केन्द्र से विशेष वित्तीय पैकेज मांगे और तूफान को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का अनुरोध किया.
सुबह लक्षद्वीप की राजधानी कवरत्ती पहुंचने पर मोदी ने केन्द्र शासित प्रदेश की स्थिति पर शीर्ष अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से चर्चा की. उन्होंने कुछ आपदा प्रभावित स्थानीय लोगों से मिलने के लिए भी समय निकाला और उनसे बातचीत की. लक्षद्वीप के प्रशासक फारूक खान ने कहा कि एक अनुमानित आंकड़े के अनुसार, केन्द्र शासित प्रदेश में तूफान से करीब 150 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
लक्षद्वीप के सांसद पी पी मोहम्मद फैजल ने कहा कि प्रशासन ने तूफान से आधारभूत ढांचों को हुए नुकसान के पुनर्निर्माण के लिए 150 करोड़ रुपये की तत्काल राहत मांगी. सांसद ने कहा कि मोदी ने सभी केन्द्रीय मदद का आश्वासन दिया है. तमिलनाडु के कन्याकुमारी में प्रधानमंत्री ने राज्य के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी के साथ उच्चस्तरीय बैठक की और मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को 9302 करोड़ रुपये की राहत राशि के लिए ज्ञापन सौंपा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने कन्याकुमारी में स्थायी पुनर्वास उपायों को लागू करने के लिए 5255 करोड़ रुपये जबकि उत्तरपूर्वी मानसून प्रभावित राजधानी चेन्नई सहित राज्य के अन्य भागों के लिए 4047 करोड़ रुपये की राहत मांगी. तूफान प्रभावित पूनथुरा में प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों से मिलकर उनकी बातें सुनीं.
मोदी ने इसके बाद एक अन्य उच्चस्तरीय बैठक में भाग लिया जिसमें केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने ओखी तूफान से प्रभावित तटीय गांवों के पुनर्वास और पुनर्निर्माण के लिए 7340 करोड़ रुपये की विशेष केन्द्रीय सहायता मांगी . यह पैकेज राज्य द्वारा राष्ट्रीय आपदा राहत कोष के तहत मांगे गये 422 करोड़ रुपये के अलावा है.
एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री और अन्य को आश्वासन दिया कि पैकेज संबंधी उनकी इस मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा.