पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ आ रहे हैं। दोपहर 2.25 पर लखनऊ पहुंचेंगे और करीब 4.40 पर दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
प्रधानमंत्री की यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। करीब सवा दो घंटे के प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री दोपहर तीन बजे लोकभवन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कांस्य प्रतिमा का अनावरण करेंगे और अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी का शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है। एयरपोर्ट से लेकर लोकभवन तक चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। एयरपोर्ट से लेकर लोकभवन तक 22 मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी लगाई गई है।
पीएम मोदी का लखनऊ में मिनट टू मिनट कार्यक्रम
एसपीजी की ओर से जारी संभावित मिनट टू मिनट कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री भारतीय वायुसेना के बीबीजे (बोईंग बिजनेस जेट) से दोपहर करीब 2.25 बजे चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतरेंगे। यहां से वह एमआई-17 हेलीकाप्टर से लामार्ट कॉलेज मैदान हेलीपैड पर 2.50 बजे उतरेंगे। फिर सड़क मार्ग से लोकभवन जाएंगे। यहां दोपहर तीन बजे से चार बजे तक चलने वाले समारोह में वह, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कांस्य प्रतिमा का अनावरण और एबीवी मेडिकल विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे। दोपहर 4.15 पर वापस लामार्ट मैदान पहुंचेंगे और एमआई 17 हेलीकाप्टर से वापस 4.35 बजे अमौसी एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे। 4.40 बजे प्रधानमंत्री आईएएफ बीबीजे से से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
19 दिसंबर को सीएए के विरोध में हुई थी आगजनी और तोड़फोड़
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ 19 दिसम्बर को लखनऊ के परिवर्तन चौक, खदरा और हुसैनाबाद समेत अन्य स्थानों पर हुई आगजनी और तोड़फोड़ की गई थी। सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान करोड़ों की सार्वजनिक व निजी सम्पत्ति को क्षति पहुंची थी। खदरा में मदेयगंज पुलिस चौकी को क्षतिग्रस्त किया गया था। बाहर खड़ी चौकी इंजार्च की एसयूवी समेत आठ वाहनों को फूंक दिया गया। परिवर्तन चौक पर कई न्यूज चैनलों की ओबी वैन समेत कई अन्य वाहनों को आग लगाई गई। हुसैनाबाद में सतखंडा चौकी में उपद्रवियों ने तोड़फोड़ व आगजनी की।
उर्दू फारसी विश्वविद्यालय छावनी में तब्दील
पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन की मुस्तैदी के चलते ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती उर्दू अरबी फ़ारसी विश्वविद्यालय में नागरिकता संशोधन बिल और एनआरसी के खिलाफ छात्रों का विरोध प्रदर्शन नहीं हो सका। मुख्य मार्ग से विश्वविद्यालय जाने वाले रास्ते पर बैरिकेटिंग से लेकर पुलिस, पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवान तैनात थे। इस वजह से एक भी छात्र परिसर नहीं पहुंच पाया। विश्वविद्यालय के निष्कासित छात्र अहमद रजा खान ने 24 दिसम्बर को विश्वविद्यालय चलो का आह्वान किया था। उनके इस आह्वान के मद्देनजर सुबह से ही विश्वविद्यालय परिसर और उसके आस-पास भारी संख्या में पीएसी और पुलिस के जवान तैनात किए गए थे। साथ ही प्राक्टोरियल बोर्ड से लेकर कुलपति प्रो. माहरूख मिर्जा तक सारे दिन परिसर में मौजूद थे।