प्रकाश आंबेडकर की अगुवाई वाली वंचित बहुजन आघाड़ी (VBA) ने आखिरकार घोषणा की है कि वह आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी। दूसरी ओर, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने स्पष्ट किया कि वह वीबीए के साथ गठबंधन नहीं करेगी जबकि आंबेड़कर का दावा है कि एमआईएम से गठबंधन अभी कायम है।
दादर स्थित आंबेडकर भवन में पत्रकारों से बातचीत में आंबेडकर ने कहा कि अब हमारी कांग्रेस से गठबंधन करने की इच्छा नहीं है। हम गठबंधन करने के फेर में नहीं उलझेंगे।
उन्होंने कहा कि हमने अब फैसला ले लिया है कि अब और बातचीत नहीं होगी और हम अगले हफ्ते उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करेंगे। कांग्रेस अपने निहित स्वार्थों के लिए VBA का इस्तेमाल करना चाहती है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।
आंबेडकर ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहब थोरात और वीबीए के नेताओं की बीच एक बैठक हुई थी। इस बैठक में वीबीए की ओर से कांग्रेस को सीटों का प्रस्ताव दिया गया था लेकिन कांग्रेस से अभी कोई जवाब नहीं आया है।
हालांकि कांग्रेस ने कहा कि VBA को अभी भी गठबंधन पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा, ”कांग्रेस का एकमात्र उद्देश्य सांप्रदायिक भाजपा को हराने के लिए समान विचारधारा वाले दलों के साथ एक धर्मनिरपेक्ष गठबंधन बनाना था। हमने कभी किसी आउटफिट का इस्तेमाल नहीं किया। हालांकि, VBA असंभव मांगें कर रहा है, जिसे पूरा नहीं किया जा सकता है।”
एआईएमआईएम के मामले में, आंबेडकर ने राज्य AIMIM प्रमुख इम्तियाज जलील पर उनका नाम लिए बिना, गठबंधन को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया। आंबेडकर ने कहा, “मैं और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी दोनों एक दूसरे से बात कर रहे हैं। हालांकि, कुछ राज्य नेता इस गठबंधन को तोड़फोड़ करने के लिए केवल भ्रामक बयान जारी कर रहे हैं। हम एक साथ चुनाव लड़ेंगे। चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन तक AIMIM से गठबंधन बनाए रखने की हमारी कोशिश रहेगी। AIMIM प्र मुख असुद्दीन ओवैसी ने मुझे उम्मीदवारों की एक सूची भेजी है। इस आधार पर मैं कह रहा हूं कि हमारा गठबंधन पक्का है।”
हालांकि, जलील ने पिछले सप्ताह सीटों के आवंटन के मुद्दे पर VBA के साथ अपने गठबंधन के अंत की घोषणा की थी। उन्होंने AIMIM को सम्मानजनक सीटें देने में विफलता के लिए आंबेडकर को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा, ‘हम 24 सीटों के लिए भी तैयार थे, लेकिन वह सिर्फ आठ सीटों पर ही अड़े रहे, जो हमें स्वीकार्य नहीं था।’
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