Premanand Maharaj: ब्रह्म मुहूर्त में प्रकृति शांत रहती है, जिससे मन भी शांत रहता है.इस शांतिपूर्ण वातावरण में ध्यान और योग करने से मन को एकाग्रता और शांति मिलती है. आइए जानते हैं प्रेमानंद महाराज क्या कहते हैं.
नई दिल्ली: Premanand Maharaj: प्रेमानंद महाराज का जन्म गरीब परिवार में हुआ था. उन्होंने अपनी शिक्षा एक छोटे से गांव के स्कूल में प्राप्त की. बचपन से ही उन्हें धर्म और आध्यात्मिकता में रुचि थी. उन्होंने कई धर्मग्रंथों का अध्ययन किया और भगवान कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति विकसित की. वर्ष 1990 में प्रेमानंद महाराज वृन्दावन आ गए और यहां एक आश्रम की स्थापना की. उन्होंने अपना जीवन लोगों को भगवान कृष्ण की शिक्षाओं का प्रचार करने में समर्पित कर दिया. वे अपने प्रवचनों के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं. उनके प्रवचन बहुत सरल और आकर्षक होते हैं. वे लोगों को भगवान कृष्ण के प्रति प्रेम और भक्ति का मार्ग दिखाते हैं. प्रेमानंद महाराज एक बहुत ही प्रभावशाली और प्रेरणादायक संत हैं. उन्होंने लाखों लोगों का जीवन बदल दिया है. वे आज भी लोगों को भगवान कृष्ण की शिक्षाओं का प्रचार करने में लगे हुए हैं.
प्रेमानंद महाराज एक प्रसिद्ध कृष्णमार्गी संत हैं, जो अपने प्रवचनों और आध्यात्मिक ज्ञान के लिए जाने जाते हैं. ब्रह्म मुहूर्त में जागने के फायदों के बारे में उन्होंने कई बार अपने प्रवचनों में बताया है. ब्रह्म मुहूर्त रात के अंतिम हिस्से और सुबह के पहले हिस्से को कहा जाता है. यह समय बहुत शांत और पवित्र माना जाता है. इस समय में वायु शुद्ध होती है और मन भी शांत होता है. इसलिए यह समय ध्यान, प्रार्थना और अध्यात्म के लिए बहुत उत्तम माना जाता है.
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त में जागने के कई फायदे हैं:
इस समय में मन शांत होता है और एकाग्रता बढ़ती है. इसलिए यह समय ध्यान और प्रार्थना के लिए बहुत उत्तम है. इस समय में वायु शुद्ध होती है जिससे श्वसन तंत्र मजबूत होता है. इसके अलावा, इस समय में जागने से पाचन तंत्र भी मजबूत होता है. ब्रह्म मुहूर्त में मन शांत होता है और एकाग्रता बढ़ती है. इसलिए यह समय आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए बहुत उत्तम है. जो लोग ब्रह्म मुहूर्त में जागते हैं ऐसे व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है और वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होता है.
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त में जागने के लिए हमें धीरे-धीरे अपनी आदत बदलनी चाहिए. हमें पहले थोड़ा जल्दी सोना शुरू करना चाहिए और धीरे-धीरे अपने सोने और जागने का समय ब्रह्म मुहूर्त के अनुसार कर लेना चाहिए.
#WATCH | On his resignation from the Congress party, Gourav Vallabh says "I have written a detailed letter to Mallikarjun Kharge and expressed all my emotions. I was hurt by the silence of the Congress Party when some big leaders of the Alliance opposed Sanatana and the party's… pic.twitter.com/ebdrKrILYE
— ANI (@ANI) April 4, 2024
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