नई दिल्ली : कोहरे के कारण ट्रेनों के लेट होने की समस्या आम है. इस दौरान लंबे रूट की ट्रेनों के अलावा छोटी दूरी की ट्रेनें भी लेट होती हैं. ऐसे में कई बार ट्रेनों को रद्द भी करना पड़ जाता है. ट्रेन के रद्द होने का खामियाजा उस रूट पर सफर करने वाले लोगों को उठाना पड़ता है. इसके अलावा इससे रेलवे को भी भारी वित्तीय नुकसान होता है. कोहरे में ट्रेनें लेट न हो इसके लिए रेलवे ने पिछले दिनों में भी कुछ कदम उठाएं हैं. अब फिर एक और अहम कदम उठाने जा रही है. इसके बाद मंत्रालय को उम्मीद है कि ट्रेनें लेट नहीं होंगी.
रेलवे के इस प्लान पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि जल्द ही सभी ट्रेनों में एक समान 22 कोच की व्यवस्था कर दी जाएगी. इसके बाद किसी भी ट्रेन को किसी भी रूट पर भेजा जा सके. यानी इसके बाद किसी भी ट्रेन का निश्चित रूट नहीं होगा. इसके अलावा रेलवे प्लेटफॉर्म की लंबाई बढ़ाने के लिए भी काम कर रहा है. रेलवे का इंजीनियरिंग विभाग इसपर काम कर रहा है. अभी ट्रेनों में दो तरह के कोच होते हैं.
अभी रूट के हिसाब से ट्रेनों में डिमांड के हिसाब से 12, 16, 18, 22 और 26 कोच होते हैं. इस कारण रेलवे किसी ट्रेन के लेट होने पर किसी और खड़ी ट्रेन को उसके नाम से नहीं चला पाती और मुख्य ट्रेन के आने का ही इंतजार करना पड़ता है. कई बार यह इंतजार इतना लंबा हो जाता है कि यात्री परेशान हो जाते हैं और दूसरा विकल्प तलाशने पर मजबूर हो जाते हैं.
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इस योजना के तहत रेलवे ने पहले फेज में 300 ट्रेनों और उनके रूट्स की पहचान की है. जुलाई में प्रकाशित होने वाले नए टाइम-टेबल में इन बदलावों को देखा जा सकेगा. पहले फेज में 300 ट्रेनों और उनके रूट्स की पहचान की गई है, यह मेनलाइन और बिजी रहने वाले रूट्स हैं. उम्मीद है कि रेलवे की यह योजना रंग लाएगी और ट्रेनों के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा.